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Hindi News पैसा बाजार अगस्त में 10 कंपनियां हुई सूचीबद्ध, आधी का प्रदर्शन फीका रहा

अगस्त में 10 कंपनियां हुई सूचीबद्ध, आधी का प्रदर्शन फीका रहा

चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई और आईपीओ बाजार में हाल में भी काफी हलचल बनी हुई है।

अगस्त में 10 कंपनियां हुई सूचीबद्ध, आधी का प्रदर्शन फीका रहा- India TV Paisa Image Source : PIXABAY अगस्त में 10 कंपनियां हुई सूचीबद्ध, आधी का प्रदर्शन फीका रहा

नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार में अगस्त के दौरान कम से कम दस कंपनियों ने पहली बार बाजार में प्रवेश में किया और इनमे से आधी कंपनियों का प्रदर्शन फीका रहा। विषेशज्ञों के अनुसार वर्ष 2020 के दौरान और इस साल के पहले आठ महीनों में आईपीओ के शानदार प्रदर्शन का भी बाजार पर असर पड़ा। वही अधिक आपूर्ति, गुणवत्ता में गिरावट और मूल्यांकन जैसे कारणों से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई, जहां आने वाले निवेशों के लिए ज्यादा पैसा नहीं बचा। 

चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई और आईपीओ बाजार में हाल में भी काफी हलचल बनी हुई है। ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज, रोलेक्स रिंग्स, एक्सारो टाइल्स, विंडलास बायोटेक, कृष्णा डायग्नोस्टिक्स, देवयानी इंटरनेशनल, कारट्रेड टेक, नुवोको विस्टास कॉर्पोरेशन, केमप्लास्ट सनमार और एपटस वैल्यू हाउसिंग फाइनेंस इंडिया जैसी कंपनियों ने अगस्त के दौरान बाजार में प्रवेश किया। 

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वर्ष 2020 और 2021 के दौरान आईपीओ के उत्साहपूर्ण प्रदर्शन ने नये आईपीओ की बाढ़ सी ला दी जिसमें इनकी गुणवत्ता में कमी आई है परिणामस्वरूप हाल के आईपीओ का प्रदर्शन कमजोर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त के महीने में मध्यम और लघु पूंजी की उच्च अस्थिरता ने समान प्रकार के आईपीओ के प्रदर्शन को भी प्रभावित किया है।’’ 

बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स महीने के आखिरी कारोबारी दिन में पहली बार 9 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 57,000 अंक पर पहुंच गया। वही मिडकैप 3.31 फीसदी चढ़ा जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स पिछले महीने महज 0.49 फीसदी बढ़ा। 

विश्लेषण से पता चला है कि अगस्त में देवयानी इंटरनेशनल और रोलेक्स रिंग्स समेत पांच कंपनियां शेयर बाजार पर प्रीमियम के साथ सूचीबद्ध हैं। जूलियस बेयर में इक्विटी, निवेश और रणनीति प्रमुख रूपेन राजगुरु ने कहा कि हर बाजार में उतार-चढ़ाव की अवधि होती है और शायद हम आईपीओ बाजार में भी ऐसा ही देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2021 एक ऐसा वर्ष रहा है जिसमें हमने सार्वजनिक (आईपीओ के माध्यम से) और साथ ही निजी बाजारों में बहुत मजबूत प्रवाह देखा है।

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