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Hindi News पैसा बाजार टेलीविजन पर आने वाले कई शेयर विशेषज्ञों के यहां छापा, निवेशकों से इस तरह के फर्जीवाड़े को लेकर हुई कार्रवाई

टेलीविजन पर आने वाले कई शेयर विशेषज्ञों के यहां छापा, निवेशकों से इस तरह के फर्जीवाड़े को लेकर हुई कार्रवाई

सेबी अधिकारियों ने तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप, टैबलेट और हार्ड ड्राइव डिस्क समेत अन्य रिकॉर्ड जब्त किये।

शेयर विशेषज्ञ- India TV Paisa Image Source : FILE शेयर विशेषज्ञ

पूंजी बाजार नियामक सेबी ने टेलीविजन पर आने वाले कई शेयर विशेषज्ञों के यहां छापा मारा है। साथ ही जब्ती की कार्रवाई भी की है। यह कार्रवाई ‘फ्रंट रनिंग’ को लेकर की गई है। आपको बता दें कि सेबी ने एक बिजनेस समाचार चैनल पर आने वाले कुछ बाजार विशेषज्ञों से जुड़े व्यक्तियों को संदिग्ध ‘फ्रंट रनिंग’ को लेकर जांच शुरू की है। ये बाजार विशेषज्ञ चैनल पर जिन शेयरों की सलाह देते थे, उनसे संबद्ध इकाइयां पहले उसके शेयर खरीद लेती थीं। और जब उनकी सिफारिशों के आधार बड़ी संख्या में निवेशक वह शेयर ले लेते, उसके बाद संबंधित इकाइयां वे शेयर बेच देती थीं। ‘फ्रंट रनिंग’ सेबी (प्रतिभूति बाजार से संबंधित धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार गतिविधियां निषेध) नियम, 2003 के तहत अवैध है।

छह इकाइयों के रिहायशी परिसरों की तलाशी ली

सूत्रों ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने छह इकाइयों के आधिकारिक और रिहायशी परिसरों की तलाशी ली। इन इकाइयों पर संदेह है कि वे शेयर के बड़े ऑर्डर से पहले कारोबार कर लाभ कमाने (फ्रंट रनिंग) में शामिल थे। इस तरह के कारोबार को अवैध माना जाता है। सूत्रों ने कहा कि ये तलाशी और जब्ती कार्रवाई जयपुर, कोलकाता, नोएडा और पुणे में कई स्थानों पर चलाये गये। जांच प्रक्रिया अभी जारी है। सेबी ने निगरानी और आंतरिक सतर्कता प्रणाली के आधार पर मिली जानकारी के आधार पर एक बिजनेस समाचार चैनल पर आने वाले कुछ बाजार विशेषज्ञों से जुड़े व्यक्तियों को संदिग्ध ‘फ्रंट रनिंग’ को लेकर जांच शुरू की है।

मोबाइल फोन, लैपटॉप जब्त किया 

सेबी अधिकारियों ने तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप, टैबलेट और हार्ड ड्राइव डिस्क समेत अन्य रिकॉर्ड जब्त किये। सूत्रों ने कहा कि जब्त किये गये उपकरणों से आंकड़े, ईमेल और अन्य दस्तावेज प्राप्त किए जा रहे हैं। आपको बता दें कि फ्रंट रनिंग और इनसाइडर ट्रेनिंग दोनों ही मामलों में अपराधियों का मकसद कंपनी के शेयरों में ट्रेडिंग करके शेयर बाजार में पैसा बनाना है। हालांकि यहां फ्रंट-रनिंग, इनसाइडर ट्रेनिंग से थोड़ा अलग मामला होता है। इसमें, किसी बड़े शेयर ब्रोकर के यहां काम करने वाला डीलर अपने संस्थान की तरफ से दिन में खरीदे जाने वाले ऑर्डर की जानकारी फा फायदा उठाकर उससे मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं।

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