A
Hindi News पैसा बाजार इंट्राडे ट्रेडिंग से नहीं कंपाउंडिंग से बनेगा पैसा, शेयर बाजार निवेशक आंख बंद कर फॉलो करें यह फॉर्मूला

इंट्राडे ट्रेडिंग से नहीं कंपाउंडिंग से बनेगा पैसा, शेयर बाजार निवेशक आंख बंद कर फॉलो करें यह फॉर्मूला

इस दुनिया में ऐसा अभी तक कोई नहीं बना जो मार्केट को predict कर सके। रही बात चार्ट पैटर्न की तो चार्ट देखकर लोग बस अनुमान भर लगा सकते हैं। 100% की गारंटी नहीं दे सकता।

Intraday- India TV Paisa Image Source : FILE इंट्राडे

दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर वॉरेन बफेट ने 2 बातें कही हैं। पहली, कभी भी अपनी पूंजी को मत खोइए। और दूसरी, कभी भी पहले नियम को मत भूलिए। यानी उनका मतलब है Cash is King। अपनी साख बनाने में 20 साल लग जाते हैं, वहीं इसे गंवाने में बस 5 मिनट लगते हैं। यही बात Intra day trading पर भी लागू होती है। इंट्राडे में पैसे बनाने और गंवाने में बिलकुल वक्त नहीं लगता। वॉरेन बफेट करीब 80 साल से अधिक समय से इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं। उन्होंने भी माना है कि उनके पैसे इन्वेस्टमेंट करने से बने, ट्रेडिंग करने से नहीं। उन्होंने 11 साल की उम्र से ही इन्वेस्टमेंट करना शुरू कर दिया था। जब वो 65 साल के हुए तबतक वो दुनिया के सबसे अमिर लोगों की लिस्ट में शामिल हो चुके थे। यानी उन्होंने अपने पैसे को फलने-फूलने का टाइम दिया। और जब एक बार कंपाउंडिंग ने काम करना शुरू किया तो फिर दुनिया ने भी उनकी स्ट्रैटेजी का लोहा मान लिया। वॉरेन बफेट ने इन्वेस्टमेंट से पैसे कमाए, ट्रेडिंग से नहीं। तभी तो उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा इन्वेस्टर कहा जाता है ट्रेडर नहीं। 

ट्रेडिंग में नहीं, इन्वेस्टमेंट से बनते हैं पैसे

इंट्राडे ट्रेडिंग उस घोड़े की तरह है जिसपर आप बैठे तो होते हैं लेकिन लगाम दूसरे के हाथ में होती है। दौड़ता हुआ घोड़ा कब अचानक रुक जाए, कोई नहीं बता सकता। बस लोग चार्ट देखकर केवल अनुमान लगा सकते हैं। और वो अनुमान भी कभी सही साबित हो सकती है और कभी गलत। शुरू-शुरू में लोग कम लॉट लेते हैं। आसान भाषा में समझें तो यहां लॉट का मतलब है शेयरों का बंच। शुरुआत में लोग कम मार्जिन पर इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं। इत्तेफाक से उन्हें अगर एक दो बार फायदा हुआ तो फिर उनका मनोबल बढ़ जाता है, वो ज्यादा लॉट लेकर इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं, यानी ज्यादा रिस्क लेते हैं और ट्रेड उल्टा पड़ने पर एक बार में ही अपने सारे पैसे गंवा देते हैं। उनका पोर्टफोलियो माइनस में भी चला जाता है। और बाद में सिर पटकते रह जाते हैं। 

Intra Day ट्रेडिंग से बचिए, इन्वेस्टमेंट से नहीं

मैं यहां नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन कोरोना के वक्त घर बैठे लोगों को कुछ मशहूर लोगों ने इंट्राडे ट्रेडिंग करने की सलाह दी थी। आर्टिकल की हेडिंग दी गई थी- रोजाना सब्जी-भाजी के लिए पैसे कहां से कमाएं? पूरे आर्टिकल में उन्होंने इंट्राडे ट्रेडिंग के पक्ष में तर्क दिया। अब न जाने कितने लोगों ने उनके तर्क को माना, ये मैं नहीं जानता। लेकिन इतना जरूर है कि सब्जी-भाजी के दाम तो उनके नहीं निकले होंगे। उससे ज्यादा का उन्हें लॉस जरूर हो गया होगा। 

बनना चाहते हैं धनवान तो इंट्राडे ट्रेडिंग से सावधान

इस दुनिया में ऐसा अभी तक कोई नहीं बना जो मार्केट को predict कर सके। यानी मार्केट ऊपर जाने वाला है या नीचे, कोई भी नहीं बता सकता। रही बात चार्ट पैटर्न की तो चार्ट देखकर लोग बस अनुमान भर लगा सकते हैं। 100% की गारंटी नहीं दे सकता। ऐसे लोगों की कमी नहीं जो दुकान खोलकर बैठे हैं और अपने कस्टमर को चार्ट पैटर्न का हवाला देते हुए उनसे शेयरों की खरीद फरोख्त कराते हैं। भई आप जरा ठंडे दिमाग से सोचिए, अगर कोई चार्ट पैटर्न देखकर मार्केट का पक्का-पक्का अंदाजा लगा सकता है तो वो बंदा दुनिया का सबसे अमीर आदमी होगा। उसे कभी लॉस नहीं होगा, उसका Stop Loss कभी हिट नहीं होगा। उसका टारगेट हमेशा हिट होगा। लेकिन दुनिया में अभी तक कोई ऐसा आदमी पैदा ही नहीं हुआ जो ये कारनामा कर सके। एक-आध ट्रेड में अगर उसका कहा सही साबित हो गया तो वो डुगडुगी पीटने लगता है। बिजनेस चैनल पर टारगेट हिट होने का स्टैंप मारकर दिखाया जाने लगता है। लेकिन आप खुद सोचिए उसके बताए गए 10 में से कितने ट्रेड के टारगेट हिट होते हैं। सोचकर देखिएगा। आपको समझ में आ जाएगा। चाहे कोई भी शख्स कितना भी धुरंधर क्यों न हो, अपने आप को कितना भी बड़ा मार्केट एनालिस्ट क्यों न बताता हो, वो न कभी शेयर बाजार को Predict कर पाया है और न कभी पूरी तरह से कर पाएगा। 

डिस्क्लेमर देकर खुद बच निकलता है एडवाइजर 

बस एक डिस्क्लेमर देता हुआ दिखेगा कि ट्रेड लेने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से राय जरूर लें। तो सवाल यही है कि जब आप 100% sure ही नहीं हैं तो फिर लोगों को बरगलाने की क्या जरूरत। फाइनेंशियल एडवाइजर हर किसी की जेब में तो हैं नहीं कि जब कभी ट्रेड लेना हुआ तो उनसे पूछ लिया। छोटे-मोटे ट्रेडर अपने लिए भला कहां से फाइनेंशियल एडवाइजर हायर करते फिरेंगे। यहां समझने वाली बात यही है कि जब ट्रेडिंग में इतना जोखिम है तो फिर इसे करने की जरूरत ही क्या है, इससे अच्छा आप इन्वेस्टमेंट कीजिए। और इन्वेस्टमेंट भी आप उसी कंपनी में करें जिसके प्रोडक्ट को आप बरसों से देखते आए हैं, उसका यूज करते आए हैं.. जो आज से 10-20 साल बाद भी रहेगा। जिसमें पैसे थोड़े कम स्पीड से जरूर बढ़ते हैं लेकिन समय के साथ बढ़ते ही जाते हैं..अब किस शेयर में निवेश करना है, कौन सा शेयर अच्छा होने के बावजूद अभी महंगा है, किसे अभी लेना है और किसे अभी नहीं लेना है...इसे जानने के लिए आप नीचे दिए गए मेरे आर्टिकल को पढ़ सकते हैं। 

 शेयर मार्केट में पैसे सिर्फ लगाने से नहीं बल्कि सही निवेश से होती है बंपर कमाई, जानें तरीका        

Latest Business News