A
Hindi News पैसा फायदे की खबर डीजल उपभोक्‍ताओं के लिए खुशखबरी, अब घर बैठे कर सकेंगे ईंधन की खरीदारी

डीजल उपभोक्‍ताओं के लिए खुशखबरी, अब घर बैठे कर सकेंगे ईंधन की खरीदारी

तेल मार्केटिंग कंपनियां का अनुमान है कि ईंधन का होम डिलीवरी बाजार आने वाले 12 से 18 महीनों में 2,000 करोड़ रुपये तक हो सकता है

<p>दिल्ली-NCR और मुंबई में...- India TV Paisa Image Source : PTI दिल्ली-NCR और मुंबई में डीजल की होम डिलीवरी

नई दिल्ली। ऐप आधारित डोर-टू-डोर ईंधन वितरण सेवा प्रदान करने के लिए 'द फ्यूल डिलीवरी' भारत में कई जगहों पर डीजल की होम डिलीवरी शुरू करने जा रहा है। नई योजना के तहत ग्राहक घर बैठे फ्यूल का ऑर्डर कर सकता है। हांलाकि ये सर्विस फिलहाल बड़े उपभोक्ताओं के लिए ही है। 

कहां मिलेगी फ्यूल की होम डिलीवरी

कंपनी दिल्ली- एनसीआर और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से फ्यूल  की होम डिलीवरी की शुरुआत करेगी। कंपनी की अगले 6 से 12 महीनों में अन्य प्रमुख बाजारों जैसे चंडीगढ़, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता में प्रवेश करने की योजना है। नई शुरूआत करते हुए मुंबई स्थित आरएसटी फ्यूल डिलिवरी प्राइवेट लिमिटेड के मुताबिक उनका उद्देश्य देश में ईंधन वितरण और खपत परिदृश्य को बदलना है और उपभोक्ताओं के साथ-साथ निर्माण और लॉजिस्टिक कंपनियों जैसे बड़े पैमाने पर ग्राहकों को सशक्त बनाना है।

कैसे होगी फ्यूल की होम डिलीवरी
द फ्यूल डिलिवरी के संस्थापक और सीईओ रक्षित माथुर का कहना है कि ग्राहक अपने स्मार्टफोन में कंपनी के मोबाइल ऐप को डाउनलोड करके फ्यूल ऑर्डर कर सकते हैं। वे ऐप के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं और ऐप के जरिये ही डिलीवरी की मॉनिटरिंग भी कर सकते हैं। माथुर ने कहा, "हमने मोबाइल ऐप बनाने के लिए आईओटी टेक्नोलॉजी की मदद ली है। हमारे सभी वितरण वाहनों को आईओटी सॉल्यूशन के साथ जोड़ा है, जो ऑर्डर की पूर्ति बेहतर ढंग से निगरानी और ट्रैकिंग सुनिश्चित करेगा।"

किन ग्राहकों पर है कंपनी की नजर

कंपनी के मुताबिक फिलहाल वो आवासीय परिसरों और कमर्शियल प्रोजेक्ट में लगे जनरेटर सेट्स, ट्रांसपोर्टर्स फ्लीट (कारें, बसें और ट्रक), हॉस्पिटल, स्कूल, धार्मिक संस्थानों और इंडस्ट्रीज को फ्यूल की सप्लाई करते हैं। रक्षित माथुर के मुताबिक कंपनी मुख्य रूप से रियल एस्टेट, अस्पतालों, कॉर्पोरेट कार्यालयों, स्कूलों और संस्थानों, बैंकों, शॉपिंग मॉल, गोदामों, ट्रांसर्पोटेशन और लॉजिस्टिक, और कृषि जैसे क्षेत्रों में ईंधन की होम डिलीवरी के लिए एक बड़ी क्षमता देखते हैं। तेल मार्केटिंग कंपनियां का अनुमान है कि ईंधन का होम डिलीवरी बाजार आने वाले 12 से 18 महीनों में 2,000 करोड़ रुपये तक हो सकता है।"
 

Latest Business News