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Hindi News पैसा फायदे की खबर सस्‍ते होम लोन का मौका निकला हाथ से, कोटक महिंद्रा बैंक ने ब्याज दर में की 0.05 प्रतिशत वृद्धि

सस्‍ते होम लोन का मौका निकला हाथ से, कोटक महिंद्रा बैंक ने ब्याज दर में की 0.05 प्रतिशत वृद्धि

त्योहारी सीजन के हिस्से के रूप में, बैंक ने सितंबर में दर में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद उद्योग के दूसरे बैंकों ने भी ऐसा किया था।

Kotak Mahindra Bank hikes home loan rates by 0.05 pc- India TV Paisa Image Source : PIXABAY Kotak Mahindra Bank hikes home loan rates by 0.05 pc

नई दिल्‍ली। दिवाली का त्‍योहार निकलने के बाद सस्‍ते होम लोन का दौर भी अब धीरे-धीरे खत्‍म होना शुरू हो चुका है। निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) ने सोमवार को होम लोन पर ब्याज दरों में 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस क्षेत्र में बैंक काफी आक्रामक नीति अपना रहा है।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, निजी क्षेत्र के बैंक के होम लोन पर अब ब्याज दर 6.55 प्रतिशत से शुरू होगी, जो पहले 6.50 प्रतिशत थी। त्योहारी सीजन के हिस्से के रूप में, बैंक ने सितंबर में दर में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद उद्योग के दूसरे बैंकों ने भी ऐसा किया था। अभी अन्य बैंक 6.45 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण की पेशकश कर रहे हैं।

बैंक के उपभोक्ता कारोबार के अध्यक्ष अंबुज चंदना ने कहा कि हमारे 60 दिन के विशेष त्योहारी सीजन की पेशकश को घर खरीदारों ने बहुत सराहा है। हमने नए मामलों और शेष हस्तांतरण दोनों में बहुत मजबूत मांग दर्ज की है। बयान में कहा गया है कि नई ब्‍याज दरें 10 दिसंबर तक प्रभावी रहेंगी।

कोटक महिंद्रा बैंक के मुख्‍य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक उदय कोटक ने रविवार को एक ट्वीट कर कहा था कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के पास सभी समस्‍याओं के लिए एक दवा है: मुद्रा की छपाई। पर्यावरण बदलाव भविष्‍य की पीढ़ी की समस्‍या है। हमें इसे हल करने की आवश्‍यकता है न कि इसे आगे टालने की। भविष्‍य यहां है। भविष्‍य अभी है।

सेबी ने एफपीआई को ऋण प्रतिभूतियों को बट्टे खाते में डालने की अनुमति दी

बाजार नियामक सेबी ने सोमवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) को उन सभी ऋण प्रतिभूतियों को बट्टे खाते (राइट ऑफ) में डालने की अनुमति दे दी, जिन्हें वे बेचने में असमर्थ हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परिपत्र में कहा कि यह आदेश केवल उन एफपीआई पर लागू होगा, जो अपना पंजीकरण छोड़ना चाहते हैं।

परिपत्र में कहा गया है कि विभिन्न हितधारकों से मिले अनुरोधों के मद्देनजर अब यह फैसला किया गया है कि एफपीआई को ऐसी सभी ऋण प्रतिभूतियों को बट्टे खाते में डालने की अनुमति दी जाए, जिसे वे किसी भी कारण से बेचने में असमर्थ हैं। सेबी ने कहा कि यह केवल उन एफपीआई पर लागू होगा, जो अपना पंजीकरण छोड़ना चाहते हैं। नियामक ने कहा कि ऋण प्रतिभूतियों को बट्टे खाते में डालने के लिए परिचालन दिशानिर्देशों में निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा।

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