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2016 से करें अपनी आर्थिक खुशहाली की शुरुआत, फाइनेंशियल प्‍लानिंग के लिए लें ये 5 रिजोल्‍यूशन

नए साल पर लोगरिजोल्‍यूशन बनाते है। लेकिन हमें अपनी फाइनेंशियल स्थिति को मजबूत बनाने के लिए भी रिजोल्‍यूशन तय कर उन्‍हें पूरा करने के प्रयास करने चाहिए।

2016 से करें अपनी आर्थिक खुशहाली की शुरुआत, फाइनेंशियल प्‍लानिंग के लिए लें ये 5 रिजोल्‍यूशन- India TV Paisa 2016 से करें अपनी आर्थिक खुशहाली की शुरुआत, फाइनेंशियल प्‍लानिंग के लिए लें ये 5 रिजोल्‍यूशन

नई दिल्‍ली। नए साल पर लोग तरह-तरह के रिजोल्‍यूशन बनाते है। कोई अपनी अच्छी सेहत के लिए तो कोई सोशल और फैमली लाइफ के लिए। लेकिन इनके साथ ही हमें अपनी फाइनेंशियल स्थिति को मजबूत बनाने के लिए भी रिजोल्‍यूशन तय कर उन्‍हें पूरा करने के प्रयास करने चाहिए। क्‍योंकि यही आपकी फाइनेंशियल प्‍लानिंग न सिर्फ इस साल बल्कि अगले लंबे समय के लिए आपके जीवन को प्रभावित कर सकता है। नए साल पर इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है ऐसे 10 लक्ष्‍यों के बारे में जिन्‍हें अपने जीवन में अपना कर आप इस साल बेहतर भविष्‍य की नींव रख सकते हैं।

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अपने घर के लिए बजट तय करें

इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में खर्चे आए दिन बढ़ते रहते हैं। जैसे कि इनकम टैक्स, बैंक लोन का ईएमआई, बच्चों की स्कूल की फीस, दवाइयों के खर्चे आदि। इस साल भी आपके मासिक खर्च में कुछ नए खर्च बढ़स सकते हैं। अपनी आय के अनुसार खर्च करने में कोई हर्ज नहीं है, लेकिन खर्च करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि जो बेहद जरूरी चीजें हैं उनपर पहले खर्च करें और उसके बाद बाकी की चीजों पर खर्च करें।

बचत नहीं निवेश पर दें ध्यान

हम सभी अधिक से अधिक बचज पर ध्‍यान देते हैं। महंगाई के दौर में सिर्फ बचत करते रहने से आपको नुकसान होगा। इसे इस उदाहरण से समझते हैं, आप अगर बचत करके अपने सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करते हैं, जहां रेट ऑफ इंट्रेस्‍ट 4 फीसदी है, वहीं महंगाई 8 फीसदी की दर से बढ़ रही है। ऐसे में देखा जाए तो बचत किए गए पैसों की वैल्यू आए दिन घटती रहती है। ऐसे में बचत की बजाए निवेश पर ध्‍यान दें। ऐसे एसेट्स में निवेश करें जो मंहगाई की दर से ज्‍यादा रिटर्न दें। जैसे कि इक्विटी, रेंटल रियल एस्टेट, कमॉडिटी आदि।

एसेट्स एलोकेशन पर दें ध्‍यान

निवेश के लिए सबसे मुख्य चीज एसेट एलोकेशन। कहीं भी एक जगह पूरा निवेश न करें। निवेश को बराबर हिस्‍सों में बांट दें। देखा जाए तो पर चार मुख्य एसेट क्लास होती हैं- इक्विटी, डेट (फिक्स्ड इनकम), रियल एस्टेट और कमोडिटी (गोल्ड)। मान लीजिए 25- 25 फीसदी सब में एलोकेट कर दिया है। अगर किन्ही वजहों से कल को एक दिन के लिए इक्विटी बाजार 10 फीसदी गिर जाए, तो आपकी इक्विटी वैल्यु 10 फीसदी कम हो जाएगी या फिर 22.5 रुपए कम हो जाएगी,लेकिन आपका कुल पोर्टफोलियो केवल 2.5 फीसदी या फिर 97.5 रुपए से कम होगा। समय के साथ साथ डेट पोर्टफोलियो इक्विटी पोर्टफोलियो में हुए नुकसान की भरपाई कर देता है।

अच्छे और बुरे कर्ज में अंतर समझें

बुरा डेट वो होता है जो आप पर खर्चों के बोझ को बढ़ा देता है जैसे कि कार, छुट्टियां या फिर महंगी छुट्टियां। वहीं दूसरी ओर अच्छे डेट यानि कि जो आपको जेब में रखे पैसों को बढ़ाए ही नहीं बल्की भविष्य के लिए आपको लाभदायक हो। जैसे कि प्रॉपर्टी जिसमें आप रेंट के जरिए कमा सकते हैं, शेयर्स जिन पर आप टैक्स फ्री लाभांश कमा सकते हैं आदि।

इस साल जरूर लें इंश्योरेंस

कभी भी इंश्योरेंस और निवेश में कंफ्यूज न हो। निवेश आपकी संपत्ति को बढ़ाती है और इंस्योरेंस आपको सुरक्षा प्रदान करती है। हमेशा इंश्योरेंस अपने सालाना टैक्स खर्चों के बाद की राशि का लें। एक अच्छी मेडिकल इंश्योरेंस भी लें। अपने घर या कार को किसी भी प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए इश्योरेंस कराएं। इसके साथ ही अपने बुढ़ापे को सुरक्षित बनाने के लिए रिटारमेंट प्लान जरूर बनाएं।

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