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टूटते शेयर बाजार से Gold-Silver में लौटेगी चमक, जानिए क्यों सोना से ज्यादा चांदी कराएगी मोटी कमाई

अगले छह महीने में सोना 50 हजार प्रति दस ग्राम के पार कर सकता है। वहीं, चांदी इस साल 90,000 प्रति किलो तक पहुंच सकती है। इसकी वजह यह है कि इंडस्ट्रियल मांग दुनियाभर में तेजी से बढ़ी है।

Gold Silver- India TV Paisa Image Source : INDIA TV Gold Siver, investment 

Highlights

  • चांदी की कीमत इस साल 90,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की उम्मीद
  • दुनियाभर में इंडस्ट्रियल मांग में चांदी की मांग बढ़ी, यह कीमत में उछाल लाने का काम करेगा
  • सिल्वर ETF के जरिये निवेशक चांदी में आसानी से निवेश कर सकते हैं

नई दिल्ली। सोने-चांदी ने साल 2021 से लेकर अब तक निवेशकों को निराश किया है। वहीं, Share-Market ने बंपर कमाई कराई है। हालांकि, इस साल यह ट्रेंड बदलने वाला है। विशेषज्ञों के अनुसार, 2022 की शुरुआत से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट का दौर जारी है। आगे भी बाजार में उथल-पुथल रहने की पूरी संभावना है। वहीं, दूसरी ओर सोने-चांदी में इस साल चमक लौटनी तय है। यानी सोने-चांदी की कीमत में बढ़ोतरी होगी। हालांकि, इस साल साल सोने से अधिक चांदी की कीमत में तेजी देखने को मिलेगी। आइए, जानते कि कमोडिटी एक्सपर्ट क्यों सोने से ज्यादा चांदी पर दांव लगा रहे हैं और कहां तक जाएगी दोनों कीमती धातुओं की कीमत?

चांदी की कीमत 90,000 हजार तक जाएगी 

केडिया एडवाइजरी के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय केडिया (Ajay Kedia) ने इंडिया टीवी को बताया कि जब शेयर बाजार में गिरावट आती है तो सोने-चांदी में तेजी लौटती है। यह ट्रेंड इस साल देखने को मिलेगा। हालांकि, सोने-चांदी में तेजी फौरी तौर पर नहीं आएगी क्योंकि अमेरिकी फेड ने ब्याज दर बढ़ाने का फैसला किया है। लेकिन अगले छह महीने में सोने-चांदी में बड़ी तेजी की उम्मीद है। अगले छह महीने में सोना 50 हजार प्रति दस ग्राम के पार कर सकता है। वहीं, चांदी इस साल 90,000 प्रति किलो तक पहुंच सकती है। इसकी वजह यह है कि इंडस्ट्रियल मांग दुनियाभर में तेजी से बढ़ी है। यह चांदी को नई हाई पर ले जाने का काम करेगा। ऐसे में अगर आप सोना-चांदी में निवेश करने की तैयारी में हैं तो इस साल चांदी पर दांव लगाना बेहतर होगा। 

चांदी में क्यों आएगी इतनी बड़ी तेजी 

कमोडिटी बाजार के जानकार के अनुसार, वैश्विक स्तर पर कोरोना का असर अब कम हो हो रहा है। इससे इंडस्ट्रियल मांग तेजी से बढ़ रही है। वहीं, उस रफ्तार से चांदी की खनन अभी नहीं हो पा रही है। वर्ष 2018 से 2020 के बीच चांदी के उत्पादन में लगातार कमी देखी गई है। दरअसल, ऑटोमोबाइल, सोलर और इलेक्ट्रिक वाहन इंडस्ट्री में चांदी की मांग तेजी से बढ़ रही है। पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी में चांदी का इस्तेमाल हो रहा है, जिसकी वजह से इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।

क्या है सोने-चांदी का मौजूदा भाव 

दिल्ली में सोना 48,431 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 64,793 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है। सर्राफा बाजार के कारोबारियों का कहना है कि सोने-चांदी की मांग अच्छी बनी हुई है। कोरोना मामले में कमी आने से और तेजी की उम्मीद है। ऐसे में सोने-चांदी में उछाल आने की पूरी संभावना है। 

चांदी में निवेश का बेहतरीन विकल्प सिल्वर ETF

गोल्ड ईटीएफ की तरह अब आप सिल्वर ETF में निवेश कर सकते हैं। आप आसानी से कम पैसे में चांदी में निवेश कर शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। कई म्यूचुअल फंड हाउस सिर्फ 100 रुपये की शुरुआती निवेश से सिल्वर ETF में निवेश का विकल्प दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि फिजिकल चांदी की तुलना में सिल्वर ईटीएफ में पैसे लगाने का सबसे बड़ा फायदा अधिक लिक्विडिटी और कम स्टोरेज कॉस्ट है। वहीं, इसके जरिये निवेश पर शुद्धता या गुणवत्ता को लेकर कोई चिंता नहीं करनी होगी। 

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