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Post office की SCSS स्कीम Income Tax बचाने के लिए FD से बेहतर, जानें कैसे

अगर निवेश की समयसीमा की बात करें तो एससीएसएस और एफडी में कोई अंतर नहीं है। दोनों में 5 साल की लॉक इन पीरियड है। यानी 5 साल के निवेश करने पर ही टैक्स बचत दी जाएगी।

Income Tax Saving - India TV Paisa Image Source : FILE इनकम टैक्स सेविंग टिप्स

अगर आप वित्तीय वर्ष 2023-24 में Income Tax बचाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको 31 मार्च, 2024 तक निवेश करना होगा। अगर आप एक वरिष्ठ नागरिक हैं और निश्चित आय निवेश पसंद करते हैं, तो आपके लिए क्या बेहतर होगा? जोखिम और निश्चित रिटर्न को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ नागरिक अक्सर फिक्स्ड डिपॉजिट का विकल्प चुनते हैं। हालांकि, जानकारों का कहना है कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए एफडी से बेहतर विकल्प वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) है। आइए जानते हैं कैसे? 

SCSS पर कितना मिल रहा ब्याज 

एससीएसएस और कर-बचत एफडी की ब्याज दरों की तुलना करें तो आपको बता दें कि जनवरी-मार्च तिमाही के लिए, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर प्रति वर्ष 8.2% की ब्याज दर मिल रहा है। वहीं, अधिकांश बैंक वरिष्ठ नागरिकों को टैक्स सेविंग एफडी पर प्रति वर्ष 6.5-8% की दर से ब्याज दे रहे हैं। यस बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए टैक्स-सेवर एफडी पर 8% की ब्याज दर प्रदान करता है। यह किसी वरिष्ठ नागरिक को टैक्स-सेविंग एफडी पर मिलने वाली अब तक की सबसे ऊंची ब्याज दर है। हालांकि, इसके मुकाबले SCSS पर आसानी से ज्यादा ब्याज मिल रहा है।  

कितना कर सकते हैं निवेश

एससीएसएस में न्यूनतम निवेश सीमा 1,000 रुपये और अधिकतम 30 लाख रुपये है। एससीएसएस में जमा राशि 1,000 रुपये के गुणक में होनी चाहिए। ध्यान रखें कि आप केवल 1.5 लाख रुपये तक की कर कटौती प्राप्त कर सकते हैं, भले ही आप एससीएसएस में 30 लाख रुपये का निवेश करें। अगर निवेश की समयसीमा की बात करें तो एससीएसएस और एफडी में कोई अंतर नहीं है। दोनों में 5 साल की लॉक इन पीरियड है। यानी 5 साल के निवेश करने पर ही टैक्स बचत दी जाएगी। 

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