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IFFCO ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए दिया 2.51 करोड़ रुपये का दान, मुस्लिम कारोबारी ने भी दिया योगदान

इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने व्यक्तिगत रूप से मंदिर निर्माण के लिए 1.51 लाख रुपये का दान दिया।

IFFCO contributes Rs 2.51 cr for Ram temple construction in Ayodhya- India TV Paisa Image Source : FILE PHOTO IFFCO contributes Rs 2.51 cr for Ram temple construction in Ayodhya

नई दिल्‍ली। उर्वरक सहकारी समिति इफको (IFFCO) ने बुधवार को कहा कि उसने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण (Ram Temple in Ayodhya) के लिए 2.51 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इफको ने 2.51 करोड़ रुपये का चेक विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad ) को सौंपा। सहकारी समिति ने एक बयान में कहा कि यह योगदान इफको परिवार द्वारा सद्भाव स्वरूप किया गया है।

इफको के चेयरमैन बलविन्द सिंह नकई ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्याय के पक्ष में चेक दिया। मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी इसी के पास है। इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने व्यक्तिगत रूप से मंदिर निर्माण के लिए 1.51 लाख रुपये का दान दिया। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने विहिप को मंदिर निर्माण के लिए कोष संग्रह की जिम्मेदारी दी है।

चेन्नई के मुस्लिम कारोबारी ने दिया एक लाख रुपये का दान

तमिलनाडु के एक मुस्लिम कारोबारी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए एक लाख रुपये दान दिए हैं। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में मदद करने के लिए दान देने वालों में मोची और छोटे व्यापारी जैसे रोजाना कमाने वाले लोग भी शामिल हैं। विश्व हिंदू परिषद के राज्य संगठन सचिव एस वी श्रीनिवासन ने कहा कि केंद्र सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (एसआरजेटीके) स्थापित किया है। मंदिर निर्माण में दान देने के लिए 10, 100 और 1000 रुपये के कूपन बनाए गए हैं और बड़ी संख्या में लोग दान देने के लिए आगे आ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हम जिनके पास भी जा रहे हैं वे उदारता से दान दे रहे हैं। जब हिंदू मुन्नानी के सदस्य और एसआरजेटीके के स्वयंसेवक डब्ल्यू एस हबीब के पास गए तो उन्होंने 1,00,008 रुपये का चेक दे दिया, जिससे कोष इकट्ठा करने वाले हैरत में पड़ गए। संपत्ति डेवलपर हबीब ने कहा कि मैं मुसलमानों और हिंदुओं के बीच सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देना चाहता हूं। हम सभी ईश्वर के बच्चे हैं। मैंने इस विश्वास के साथ राशि दान की है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर दुख होता है कि कुछ वर्ग मुसलमानों को हिंदू विरोधी या देश विरोधी बताते हैं। हबीब ने कहा कि अच्छे काम के लिए दान देने में कुछ गलत नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि मैं किसी और मंदिर के लिए दान नहीं करता हूं लेकिन राम मंदिर अलग है, क्योंकि दशकों पुराना अयोध्या विवाद खत्म हो गया है। अभियान में शामिल हिंदू मुन्नानी ने कहा कि कोष जमा करने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में रोड शो का आयोजन किया जा रहा है। हिंदू मुन्नानी के चेन्नई अध्यक्ष एटी एलनगोवन ने कहा कि जिनके पास हम जा रहे हैं, वे सभी अपनी इच्छा से दान दे रहे हैं। एक व्यक्ति भीड़ में से अचानक से निकला और 50,000 रुपये का चेक दे गया। राम भक्तों की प्रतिक्रिया जबर्दस्त थी।

मंदिर निर्माण के लिए न सिर्फ धनी बल्कि गरीब लोग भी दान दे रहे हैं। पेरम्बुर में मोची और अन्य वर्ग के लोग 10 रुपये का दान देने के लिए आगे आए।कोडुन्गैयुर में कुमकुम बिक्रेता ने 200 रुपये दिए जो एक मुस्लिम है। कांची कामकोटि पीठम पहले ही भक्तों से उदारता से दान करने की अपील कर चुकी है। उच्चतम न्यायालय ने नवंबर 2019 में दशकों पुराने विवाद का निपटारा करते हुए अयोध्या में विवादित स्थान पर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था और इसके लिए एक न्यास गठित किया था। 

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