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Hindi News पैसा बिज़नेस मुश्किल में फंसी कार कंपनी Nissan करेगी 10,000 कर्मचारियों की छंटनी, अमेरिका में 600 लोगों को निकालेगी हुवावे

मुश्किल में फंसी कार कंपनी Nissan करेगी 10,000 कर्मचारियों की छंटनी, अमेरिका में 600 लोगों को निकालेगी हुवावे

हुवावे की कारोबारी गतिविधियों में कमी का कारण अमेरिका का कंपनी तथा उसकी 68 अनुषंगी इकाइयों पर पाबंदी है।

Nissan to cut 10,000 jobs globally, Huawei cuts 600 jobs in US - India TV Paisa Image Source : NISSAN TO CUT 10,000 JOBS Nissan to cut 10,000 jobs globally, Huawei cuts 600 jobs in US

टोक्‍यो/शंघाई। जापान की प्रमुख कार निर्माता कंपनी निसान ने दुनियाभर में 10,000 पदों पर छंटनी की योजना बनाई है। जापानी मीडिया ने बुधवार को सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। कंपनी की यह कोशिश खुद को मुश्किलों से उबारने के तौर पर देखी जा रही है। इससे पहले मई में निसान ने 4,800 पदों पर कटौती की घोषणा की थी।

पिछले वित्त वर्ष में निसान का शुद्ध लाभ घटकर एक दशक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था। कंपनी ने अगले 12 माह तक मुश्किल कारोबार परिदृश्य की बात कही है। कंपनी गुरुवार को पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम जारी करेगी और निसान के प्रवक्ता ने कहा कि उससे पहले छंटनी से जुड़ी खबरों पर वह किसी तरह की टिप्पणी नहीं करेंगे।

उल्लेखनीय है कि अमेरिका एवं यूरोप में कंपनी के वाहनों की बिक्री में कमी, पूर्व प्रमुख कार्लोस घोसन की अचानक गिरफ्तारी एवं फ्रांस की साझीदार रेनो के साथ तनातनी के कारण निसान मुश्किलों का सामना कर रही है।

अमेरिका में 600 लोगों को निकालेगी हुवावे  

चीन की दिग्गज दूरसंचार कंपनी हुवावे ने कहा है कि कारोबारी गतिविधियों में कटौती से अमेरिका में 600 से अधिक नौकरियां खत्म होंगी। कारोबारी गतिविधियों में कमी का कारण अमेरिका का कंपनी तथा उसकी 68 अनुषंगी इकाइयों पर पाबंदी है। 

हुवावे ने ई-मेल के जरिये जारी बयान में कहा कि यह छंटनी चीनी कंपनी के अमेरिका में अनुसंधान एवं विकास इकाई फ्यूचरवेई टेक्नोलॉजीज में होगी। इसका गठन टेक्सास में हुआ है।
ब्लूमबर्ग की कंपनी के बारे में सूचना के अनुसार फ्यूचरवेई टेक्नोलॉजीज में 750 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।

बयान में कहा गया है कि इस तरह का निर्णय लेना आसान नहीं होता। पात्र कर्मचारियों को नौकरी से हटाने को लेकर पैकेज दिया जाएगा। इसमें वेतन और लाभ शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि ट्रंप प्रशासन ने अपनी तथाकथित इकाइयों की सूची में डाला है। इसका मतलब है कि अमेरिकी कंपनियों को हुवावे को अमेरिकी प्रौद्योगिकी देने से पहले लाइसेंस लेना होगा। अमेरिका का आरोप है कि हुवावे चीन सरकार के साथ सीधे मिलकर काम कर रही है। हालांकि कंपनी ने इससे इनकार किया है। 

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