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Hindi News पैसा बिज़नेस पेट्रोल के दाम 6 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल 30 महीने की ऊंचाई पर

पेट्रोल के दाम 6 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल 30 महीने की ऊंचाई पर

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 30-31 महीने की ऊंचाई पर हैं जिस वजह से देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ रही है और उन्हें पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं

Petrol Pump- India TV Paisa Petrol Pump

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी की वजह से घरेलू स्तर पर पेट्रोल के दाम 6 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर पहुंच गए हैं। बुधवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 69.72 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया जो 14 नवंबर के बाद सबसे अधिक भाव है, दिल्ली के अलावा बुधवार को कोलकाता में पेट्रोल 72.47 रुपए, मुंबई में 77.62 रुपए और चेन्नई में 72.26 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया है।

दरअसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम करीब 30-31 महीने की ऊंचाई पर हैं जिस वजह से देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ रही है और उन्हें पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में WTI क्रूड के दाम 60 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर पहुंच गए हैं जो जून 2015 के बाद सबसे अधिक भाव है, इसी तरह ब्रेंट क्रूड की कीमतें भी 67 डॉलर के पार जा चुकी हैं जो मई 2015 के बाद सबसे अधिक भाव है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने की वजह से देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ी है और उन्होने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाना शुरू कर दिए हैं।

दुनियाभर में तेल का सबसे ज्यादा उत्पादन करने वाले तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और बड़े तेल उत्पादक देश रूस के बीच तेल उत्पादन की कटौती को लेकर पिछले महीने हुई सहमती के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है। रूस और ओपेक संगठन के देश दुनियाभर में पैदा होने वाले कुल कच्चे तेल का करीब 60 प्रतिशत हिस्सा पैदा करते हैं, इनके बीच 2018 के दौरान अपना रोजाना उत्पादन 18 लाख बैरल घटाने को लेकर सहमति बनी है। इस वजह से कच्चे तेल के वैश्विक बाजार में सप्लाई को काबू करने में मदद मिलेगी जिससे कच्चे तले की कीमतों में उठाव आएगा। 

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