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Hindi News पैसा बिज़नेस Rapido ने जुटाये 385 करोड़ रुपये, देश में सस्‍ते परिवहन के लिए होगी बाइक-टैक्सी सर्विस में और वृद्धि

Rapido ने जुटाये 385 करोड़ रुपये, देश में सस्‍ते परिवहन के लिए होगी बाइक-टैक्सी सर्विस में और वृद्धि

रैपिडो ने कहा कि 26 शहरों में शुरू की गई उसकी ऑटो सेवा में 4 गुना की वृद्धि दर्ज की गई है। कुल मिलाकर, इसमें पूर्व-कोविड की तुलना में 85 प्रतिशत की मजबूत देखी है।

Rapido secures USD 52 mn in latest round of funding- India TV Paisa Image Source : PTI Rapido secures USD 52 mn in latest round of funding

नई दिल्‍ली। बाइक-टैक्सी प्लेटफॉर्म रैपिडो (Rapido) ने सोमवार को घोषणा की है कि उसने अत्याधुनिक आइडिया, प्रौद्योगिकी, लोगों और आपूर्ति में रणनीतिक निवेश करने के लिए अपने लेटेस्ट दौर के वित्त पोषण में 385 करोड़ रुपये (5.2 करोड़ डॉलर) जुटाए हैं। कंपनी ने बताया कि उसने नए निवेशकों शेल वेंचर्स, यामाहा, क्रेड के संस्‍थापक कुणाल शाह, स्‍पॉटीफाई इंडिया के सीईओ अमरजीत सिंह बत्रा और पॉजिटिव मूव्‍स कंसल्टिंग से वित्‍त हासिल किया है।

रैपिडो ने बताया कि वह इस वित्‍त का इस्‍तेमाल टेक्‍नोलॉजी, कर्मचारियों और देश में अपनी विकास गति को और तेज करने में करेगी। कंपनी ने यह भी दावा किया है कि वह आम जनता के लिए एक किफायती परिवहन समाधान के सपने को साकार करके रहेगी।

रैपिडो ने कहा कि 26 शहरों में शुरू की गई उसकी ऑटो सेवा में 4 गुना की वृद्धि दर्ज की गई है। कुल मिलाकर, इसमें पूर्व-कोविड की तुलना में 85 प्रतिशत की मजबूत देखी है। रैपिडो के सह-संस्थापक अरविंद सांका ने कहा कि रैपिडो देश का सबसे बड़ा बाइक टैक्सी खिलाड़ी है, जो लगभग 100 शहरों में काम कर रहा है। पिछले दो वर्षों में 1.5 करोड़ यूजर्स से अब हम अगले 18 महीनों में उस संख्या को 5 करोड़ तक बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। भविष्‍य में भी रैपिडो सस्‍ता परिवहन समाधान प्रदान करना जारी रखेगी।

इस दौर में मौजूदा निवेशक हीरो ग्रुप के पवन मुंजाल, वेस्टब्रिज, नेक्सस वेंचर और एवरब्लू मैनेजमेंट ने भी हिस्‍सेदारी की है। कंपनी ने पहले वेस्टब्रिज एआईएफ, नेक्सस वेंचर्स, सेबर इन्वेस्टमेंट, स्काईकैचर एलएलसी, बेस फंड, इंटीग्रेटेड ग्रोथ कैपिटल सहित विभिन्न निवेशकों से कुल 8 करोड़ डॉलर का फंड जुटाया था। पिछले वित्त वर्ष 2020 में कंपनी 10 गुना बढ़ी है।

जीएमआर के हैदराबाद हवाईअड्डे पर यूडीएफ में भारी वृद्धि के प्रस्ताव का विरोध

फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस (एफआईए) ने जीएमआर समूह द्वारा हवाईअड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (एईआरए) के समक्ष यहां के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर प्रयोगकर्ता विकास शुल्क (यूडीएफ) सहित वैमानिकी शुल्क में बढ़ोतरी के प्रस्ताव का विरोध किया है। एईआरए ने पिछले महीने जीएमआर हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लि.
(जीएचआईएएल) के तीसरी नियंत्रण अवधि (अप्रैल, 2021 से मार्च, 2026) के दौरान शुल्कों में संशोधन के प्रस्ताव पर परिचर्चा पत्र जारी किया था। इस पर अंशधारकों से टिप्पणियां मांगी गई थीं।

जीएचआईएएल इस हवाईअड्डे का प्रबंधन करती है। जीएमआर ने एक अक्टूबर से यूडीएफ को 281 रुपये से बढ़ाकर 608 रुपये करने का प्रस्ताव किया है। इससे हवाईअड्डे से जाने वाले घरेलू उड़ानों के यात्रियों के लिए यूडीएफ में 116 प्रतिशत की भारी वृद्धि होगी। इसी तरह अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों के लिए यूडीएफ को मौजूदा के 393 रुपये से 231 प्रतिशत बढ़ाकर 1,300 रुपये करने का प्रस्ताव किया गया है। जीएचआईएएल ने तीसरी नियंत्रण की अवधि के दौरान 2025-26 तक धीरे-धीरे कर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए यूडीएफ को बढ़ाकर क्रमश: 728 रुपये और 2,200 रुपये करने का प्रस्ताव किया है। इस बारे में एफआईए ने एईआरए से आग्रह किया है कि वह तीसरी नियंत्रण की अवधि के दौरान शुल्क में किसी तरह की वृद्धि को लागू नहीं करे। एफआईए ने कहा है कि एयरलाइंस पर कोविड-19 के प्रतिकूल वित्तीय प्रभाव की वजह से फिलहाल इस वृद्धि को टाला जाए। एफआईए के सदस्यों में इंडिगो, स्पाइसजेट ओर गोएयर शामिल हैं।

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