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Hindi News पैसा बिज़नेस Parag Aggrwal: ट्विटर से निकाले जाने के बाद पराग अग्रवाल को मिलेंगे अरबों रुपए, जानिए मस्क को कितना भारी पड़ेगा उनका एक फैसला

Parag Aggrwal: ट्विटर से निकाले जाने के बाद पराग अग्रवाल को मिलेंगे अरबों रुपए, जानिए मस्क को कितना भारी पड़ेगा उनका एक फैसला

Parag Aggrwal: ट्विटर की कमान हाथ में आने के बाद एलन मस्क ने CEO पराग अग्रवाल को कंपनी से बाहर निकाल दिया है। इसके साथ ही कंपनी के लीगल, पॉलिसी और ट्रस्ट हेड विजया गाड्डे, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर नेड सेगल, 2012 से ट्विटर के जनरल काउंसल रहे सीन एडगेट को भी बाहर निकाल दिया गया है।

ट्विटर से निकाले जाने के बाद पराग अग्रवाल को मिलेंगे अरबों रुपए- India TV Paisa Image Source : INDIA TV ट्विटर से निकाले जाने के बाद पराग अग्रवाल को मिलेंगे अरबों रुपए

Parag Aggrwal: ट्विटर को खरीदने के बाद नए मालिक एलन मस्क ने फैसले लेना शुरू कर दिए हैं। उन्होंने ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल (CEO Parag Agrawal) को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। हालांकि, इस पूरे मसले पर ट्विटर की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। बता दें, अगर पराग अग्रवाल कंपनी से निकाले जाते हैं तो ट्विटर को उन्हें भारी रकम चुकानी होगी।

पराग को मिलेंगे करीब 346 करोड़ रुपये

बता दें कि ट्विटर में बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों को पद संभालने के साथ ही उन्हें कंपनी के कुछ शेयर भी दिए जाते हैं। इसी तरह जब पराग ट्विटर के CEO बने थे तब उनके नाम भी शेयर किए गए थे। अब जब उन्हें ट्विटर से निकाला जा रहा है तो एलन मस्क को उन्हें भारी रकम चुकानी होगी। एक खबर के अनुसार, पराग अग्रवाल को करीब 42 मिलियन डॉलर (346 करोड़ रुपये) का भुगतान किया जाएगा। 

Image Source : india tvपराग अग्रवाल को मिलेंगे करोड़ों रुपए

मस्क ने किया ट्वीट कर कही अपनी बात 

वहीं ट्विटर की डील पूरी होने के बाद आज शुक्रवार सुबह एलन मस्क ने एक ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, "पक्षी मुक्त हो गया है।" वहीं इससे पहले कल उन्होंने अपना ट्विटर बायो चेंज करके 'चीफ ट्विट' में बदल दिया था।  

4 अप्रैल को शुरु हुई ट्विटर को खरीदने की कहानी

उन्होंने 4 अप्रैल को $44 बिलियन का अधिग्रहण शुरू किया जब मस्क ने घोषणा की कि कंपनी में उनकी 9.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिससे वे सबसे बड़े शेयरधारक बन गए। हालांकि, मई के मध्य तक मस्क ने खरीद के बारे में अपना विचार बदल दिया, इस चिंता का हवाला देते हुए कि माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर फर्जी खातों की संख्या ट्विटर के दावे से अधिक थी। इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि वह अब 44 अरब डॉलर के सौदे के साथ आगे नहीं बढ़ना चाहते हैं। ट्विटर ने तर्क दिया कि अरबपति कानूनी रूप से कंपनी को खरीदने के लिए प्रतिबद्ध था और उसने मुकदमा दायर किया। बता दें, ट्विटर समूह ने उन्हें 27 अक्टूबर तक डील पूरी करने या फिर कानूनी कार्रवाई झेलने की डेडलाइन दी थी। 

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