आज से रेल सफर हुआ महंगा, दिल्ली‑पटना, Delhi‑कोलकाता, दिल्ली‑मुंबई समेत प्रमुख रूट्स के नए भाड़े यहां चेक करें
रेलवे टिकट महंगा होने से रेलवे को पूरे वित्त वर्ष में 1,100-1,200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई होने की उम्मीद है।

रेलव का सफर आज से महंगा हो गया है। रेलवे ने एसी और नन-एसी क्लास के किराये में बढ़ोतरी की है। इससे दूर का सफर महंगा हो गया है। अगर आप रेलवे से सफर करते हैं आप पर इस किराये का कितना बोझ पड़ेगा, आपको जनना जरूरी है। हम रेलवे के प्रमुख् रूट्स पर किराये में बढ़ोतरी का ब्योरा दे रहे हैं। इससे आप आसानी से आकलन कर पाएंगे कि कितना किराया बढ़ा है। आइए जानते हैं कि किस रूट पर कितना बोझ रेलवे यात्रियों पर पड़ेगा।
रेलवे किराया बढ़ोतरी: नॉन-AC यात्रियों के लिए भाड़े में बढ़ोतरी
सामान्य (नॉन-AC) श्रेणियों में बदलाव– नॉन-सबअर्बन ट्रेनें: सेकेंड क्लास (Second Class)
- 500 किमी तक की यात्रा पर भाड़ा में कोई बदलाव नहीं
- 501- 1500 किमी यात्रा: ₹5 किराया में वृद्धि
- 1501-2500 किमी यात्रा: ₹10 किराया में वृद्धि
- 2501-3000 किमी यात्रा: ₹15 किराया में वृद्धि
नोट: दूरी के अनुसार 0.5 पैसा प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ोतरी लागू
नॉन-AC मेल/एक्सप्रेस सेवाओं में किराया वृद्धि: सेकेंड क्लास (Second Class)
- प्रति किलोमीटर 1 पैसा की बढ़ोतरी
- स्लीपर क्लास (Sleeper Class): प्रति किलोमीटर 1 पैसा की बढ़ोतरी
- फर्स्ट क्लास (First Class): प्रति किलोमीटर 1 पैसा अतिरिक्त शुल्क लगेगा
इसके अलावा, एसी चेयर कार, एसी 3-टियर/3-इकोनॉमी, एसी 2-टियर, और एसी फर्स्ट/एग्जीक्यूटिव क्लास/एग्जीक्यूटिव अनुभूति क्लास में 02 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है।
किराया का कितना बढ़ा बोझ
| रूट | ट्रेन | दूरी (KM) | पहले का किराया (3AC) | आज से किराया (3AC) |
| दिल्ली‑पटना | राजधानी | 998 | 2488 रुपये | 2508 रुपये |
| दिल्ली‑कोलकाता | राजधानी | 1448 | 3020 रुपये | 3049 रुपये |
| दिल्ली‑मुंबई | राजधानी | 1380 | 3085 रुपये | 3112 रुपये |
| कोलकाता‑विशाखापट्टनम | कोरोमंडल | 1659 | 1245 रुपये | 1278 रुपये |
| चेन्नई‑बेंगलुरु | वंदे भारत चेयर कार | 492 | 995 रुपये | 1005 रुपये |
1200 करोड़ की कमाई होने की उम्मीद
रेलवे को पूरे वित्तीय वर्ष में किराया वृद्धि के कारण 1,100-1,200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई होने की संभावना है। लेकिन चूंकि एक तिमाही पहले ही समाप्त हो चुकी है, इसलिए राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर को इस वित्तीय वर्ष में यात्री खंड से 800-900 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकता है। अधिकतम अतिरिक्त रेवन्यू, लगभग 534 करोड़ रुपये, एसी 3 श्रेणी से अपेक्षित है, इसके बाद मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में द्वितीय श्रेणी की यात्रा से 458 करोड़ रुपये की उम्मीद है।