Share Market in 2025: बाजार में दर्ज की गई 8% की साधारण बढ़त, निवेशकों की संपत्ति में ₹30.20 लाख करोड़ का इजाफा
बीएसई सेंसेक्स 29 दिसंबर तक 6556.53 अंक (8.39 प्रतिशत) चढ़ा। 1 दिसंबर को इसने 86,159.02 के अपने ऑल टाइम हाई को टच किया।

विदेशी निवेशकों की रिकॉर्ड बिकवाली, टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताएं, हाई वैल्यूएशन और रुपये में कमजोरी जैसी तमाम चुनौतियों के बावजूद बीएसई के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में इस साल 8 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। सेंसेक्स में इस बढ़त से निवेशकों की संपत्ति में इस साल 30.20 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। एक्सपर्ट्स ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद मजबूत घरेलू निवेशक समर्थन और व्यापक आर्थिक स्थिति, खासकर जीडीपी वृद्धि दर में तेजी से शेयर बाजारों ने मजबूत प्रदर्शन किया।
2023 में 81.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ा था बीएसई का मार्केट कैप
इनक्रेड वेल्थ के सीईओ नितिन राव ने कहा, ‘‘ विदेशी निवेशकों की निकासी एक चुनौती बनी रही, इसके बावजूद बाजार की मजबूती स्पष्ट दिखी। 2025 में भारतीय बाजार के प्रमुख कारकों में मजबूत घरेलू निवेशक समर्थन शामिल रहा।’’ बीएसई सेंसेक्स 29 दिसंबर तक 6556.53 अंक (8.39 प्रतिशत) चढ़ा। 1 दिसंबर को इसने 86,159.02 के अपने ऑल टाइम हाई को टच किया। 2024 में सेंसेक्स 5898.75 अंक (8.16 प्रतिशत) चढ़ा था और बीएसई में शामिल कंपनियों का मार्केट कैप 77.66 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 4,41,95,106.44 करोड़ रुपये हो गया था। जबकि, 2023 में बीएसई में लिस्ट कंपनियों का मार्केट कैप 81.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ा था।
2025 में 30,20,376.68 करोड़ रुपये बढ़ा मार्केट कैप
इस साल अब तक बीएसई में लिस्ट कंपनियों का कुल मार्केट कैप 30,20,376.68 करोड़ रुपये बढ़कर 4,72,15,483.12 करोड़ रुपये (करीब 5250 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गया। बीएसई में शामिल कंपनियों का मार्केट कैप पिछले साल अप्रैल में पहली बार 400 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया था।
बाजार में इस साल काफी सीमित रही तेजी
एनरिच मनी के सीईओ पोन्मुदी आर. ने कहा कि 2025 को भारतीय शेयरों के लिए समेकन और बदलाव का साल कहा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘कई सालों तक दोहरे अंक के मजबूत रिटर्न के बाद इस साल बेंचमार्क इंडेक्स में अपेक्षाकृत सीमित बढ़त रही। सेंसेक्स और निफ्टी में साल भर में करीब 8-10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वैश्विक चुनौतियों, विदेशी पूंजी की निकासी और मूल्यांकन में सुधार के बीच ये शानदार प्रदर्शन रहा।’’ स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा कि घरेलू स्तर पर बाजारों को कमजोर कॉरपोरेट इनकम ग्रोथ, हाई वैल्यूएशन, रुपये में कमजोरी और FIIs की लगातार निकासी का सामना करना पड़ा, जिससे स्थिर व्यापक आर्थिक पृष्ठभूमि के बावजूद धारणा सतर्क बनी रही। वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव, टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताएं और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर बदलती अपेक्षाओं का बाजारों पर असर पड़ा।
विदेशी निवेशकों ने इस साल बाजार से निकाले 1.6 लाख करोड़ रुपये
विदेशी निवेशकों ने 2025 में शेयर बाजार से रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़ रुपये (करीब 18 अरब अमेरिकी डॉलर) की बिकवाली की। स्टॉक्सकार्ट के डायरेक्टर और सीईओ प्रणय अग्रवाल ने कहा कि मजबूत आर्थिक वृद्धि, सरकार के पूंजीगत व्यय एवं घरेलू निवेशकों के सतत निवेश से बाजारों को सहारा मिला। एसबीआई सिक्योरिटीज के सनी अग्रवाल ने कहा कि 2020-24 के दौरान मजबूत रिटर्न के बाद 2025 समेकन और औसत की ओर लौटने का साल रहा। कुछ सेक्टरों में हाई वैल्यूएशन, इनकम में सुस्ती और बढ़ती वैश्विक चुनौतियों से 2025 की पहली तिमाही में बाजार में सुधार आया, जिसके बाद अप्रैल से बड़ी कंपनियों में धीरे-धीरे ‘रिकवरी’ देखने को मिली।