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What is Stress Test : म्यूचुअल फंड स्ट्रेस टेस्ट आखिर क्या बला है, Sebi को क्या है चिंता? आने लगे नतीजे

What is Stress Test : स्ट्रेस टेस्ट में म्यूचुअल फंड हाउसेज बता रहे हैं कि उन्हें अपने मिड और स्मॉल कैप स्कीम्स पोर्टफोलियो को 50 फीसदी और 25 फीसदी तक लिक्विडेट करने के लिए कितने दिन लगेंगे।

म्यूचुअल फंड स्ट्रेस...- India TV Paisa Image Source : FILE म्यूचुअल फंड स्ट्रेस टेस्ट

What is Stress Test : शेयर बाजार से जुड़ी चर्चाओं में आपको इन दिनों एक टर्म सुनने को मिल रही होगी- स्ट्रेस टेस्ट। मिड और स्मॉल कैप शेयरों में आई जबरदस्त गिरावट की वजह इसी स्ट्रेस टेस्ट को बताया गया है। तो आखिर क्या बला है यह स्ट्रेस टेस्ट? आइए समझते हैं। पीछे मुड़कर इतिहास में दखें, तो शेयर बाजार में कुछ चुनिंदा इवेंट्स ऐसे थे, जब बाजार भरभराकर गिर गया था। जैसे- 2008 का लेहमैन ब्रदर्स मामला या 2020 में महामारी के बाद की गिरावट। अब ऐसी स्थिति में निवेशक जल्द से जल्द अपना पैसा बाजार से बाहर निकालने के लिए टूट पड़ते हैं, जिससे उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं हो। म्यूचुअल फंड के मामले में जब निवेशक रिडेम्प्शन के लिये जाएंगे, जो यह जरूरी है कि फंड के पास पर्याप्त लिक्विडिटी हो। असामान्य परिस्थितियों में ये फंड कितनी जल्दी अपने पोर्टफोलियो को लिक्विडेट कर सकेंगे, यह चेक करने का तरीका ही स्ट्रेस टेस्ट है।

सेबी क्यों करवा रहा स्ट्रेस टेस्ट?

आपको डरने की जरूरत नहीं है। यह कोई लेहमैन ब्रदर्स या कोरोना महामारी जैसा समय नहीं है। सेबी ने किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने की तैयारी को जांचने के लिए स्ट्रेस टैस्ट का फैसला लिया है। सेबी को लगा कि स्मॉल और मिड कैप सेगमेंट में वैल्यूएशन काफी हाई है। ऐसे में अगर बड़ी गिरावट आए, तो निवेशक म्यूचुअल फंडों से पैसे निकालने के लिए टूट पड़ते हैं। अब सेबी ने यह जानना चाहा कि स्मॉल कैप और मिड कैप फंड ऐसी स्थिति से निपटने में कितने सक्षम हैं। इसके लिए सेबी ने सभी फंड हाउसेज को स्ट्रेस टेस्ट के करने के लिए कहा है।

आने शुरू हुए नतीजे

म्यूचुअल फंड हाउसेज ने सेबी स्ट्रेस टेस्ट रिपोर्ट जारी करना शुरू कर दिया है। इसमें बताया गया है कि उन्हें अपने मिड और स्मॉल कैप स्कीम्स पोर्टफोलियो को 50 फीसदी और 25 फीसदी तक लिक्विडेट करने के लिए कितने दिन लगेंगे। देश के टॉप स्मॉल कैप फंड मैनेजर्स ने बताया कि उन्हें अपना 25 फीसदी फोर्टफोलियो लिक्विडेट करने में 6 से 30 दिन तक लगेंगे। वहीं, इस पोर्टफोलियो को 50 फीसदी तक लिक्विडेट करने में 12 से 60 दिन तक लगेंगे।

एसबीआई म्यूचुअल फंड को कितने दिन लगेंगे?

एसबीआई म्यूचुअल फंड ने भी स्ट्रेस टेस्ट रिपोर्ट जारी कर दी है। इसके स्मॉलकैप फंड को 50 फीसदी पोर्टफोलियो लिक्विडेट करने में 60 दिन लगेंगे। इसके अलावा 25 फीसदी पोर्टफोलियो को लिक्विडेट करने में 30 दिन लगेंगे। एसबीआई मिडकैप फंड को अपना आधा पोर्टफोलियो लिक्विडेट करने में 24 दिन लगेंगे। वहीं, 25 फीसदी लिक्विडेट करने में 12 दिन लगेंगे। स्मॉलकैप कैटेगरी की सबसे बड़ी स्कीम निप्पोन इंडिया स्मॉल कैप को अपना आधा पोर्टफोलियो लिक्विडेट करने में 27 दिन लगेंगे। वहीं, स्मॉलकैप कैटेगरी की सबसे छोटी स्कीम क्वांटम स्मॉल कैप फंड अपना 100 फीसदी पोर्टफोलियो एक दिन में लिक्विडेट कर सकता है।

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