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आधार का हुआ है गलत इस्तेमाल? इस आसान तरीके से करें चेक

यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सभी आधार नंबर धारकों के लिए एक खास विकल्प दिया है। इस खास विकल्प की मदद से कोई भी जान सकता है कि उसके आधार का कब कब इस्तेमाल किया गया है।

<p>जाने क्या आपके आधार...- India TV Paisa Image Source : PTI जाने क्या आपके आधार कार्ड का हुआ है गलत इस्तेमाल

नई दिल्ली। आधार कार्ड एक बेहद अहम दस्तावेज है जो देश के नागरिकों के आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ का काम करता है। इसी वजह से देश में नागरिकों को दी जा रही अधिकांश सेवाओं को पाने के लिए या आवेदन के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। इसी वजह से लोगों को हमेशा इस बात का डर रहता है कि क्या उनके आधार का गलत इस्तेमाल तो नहीं हुआ है। ऐसे में आज हम आपको आधार का ऐसा फीचर बता रहे हैं जिसके इस्तेमाल से आप जान जाएंगे कि आपके आधार नंबर का कब इस्तेमाल किया गया।

कब इस्तेमाल कर सकते हैं ये फीचर

सरकारी या गैर सरकारी सेवाओं, सुविधा पाने के लिए लोग अपने डॉक्यूमेंट की जानकारी संबंधित विभाग या कंपनी के कर्मचारी को देते हैं। जानकारियां देने के बाद लोगों को ये डर रहता है कि कहीं उनके द्वारा दी गई जानकारी का किसी ने गलत इस्तेमाल तो नहीं किया। आधार के मामले में आप इस डर को दूर कर सकते हैं। और जान सकते हैं कि क्या आपके आधार का आपकी इजाजत के बिना किसी ने इस्तेमाल तो नहीं किया।

क्या है ये खास फीचर  यूनिक

यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सभी आधार नंबर धारकों के लिए एक खास विकल्प दिया है। ये विकल्प है ‘Aadhaar Authentication History’ का जिसमें आधार के हुए सभी इस्तेमाल की पूरी जानकारी दी हुई है। इस विकल्प के जरिए कोई भी जान सकता है कि उसके आधार का इस्तेमाल कब और कहां हुआ था। इसकी मदद से अगर कोई गड़बड़ी की आशंका हो तो उसकी जानकारी अथॉरिटी को दी जा सकती है।

कैसे उठाए इस विकल्प का फायदा

  1. सबसे पहले UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट https://uidai.gov.in/ पर जाएं
  2. मुख्य पेज पर My Aadhaar पेज को चुनें
  3. My Aadhaar पेज पर Aadhaar Services में Aadhaar Authentication History’ का चुनाव करें
  4. नया पेज खुलने पर आपको आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड भरना होगा जिसके बाद आप ओटीपी भेजने के विकल्प का चुनाव करें।
  5. नए पेज पर आपको ऑथेंटिकेशन का विकल्प चुनना होगा, जिसमें ओटीपी, बायोमैट्रिक आदि विकल्प दिए होंगे।   
  6. आपको समयसीमा और रिकॉर्ड की संख्या की भी जानकारी देनी होगी।
  7. ओटीपी देने के साथ आपके सामने पूरा रिकॉर्ड आ जाएगा जिसमें समय और ऑथेंटिकेशन की तरीके की जानकारी होगी। हालांकि ये विकल्प किस कंपनी, सेवा या एजेंसी के लिए इस्तेमाल किया गया इसकी जानकारी नहीं होगी।

 

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