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Hindi News पैसा बिज़नेस पेट्रोल और डीजल में जल्द राहत की उम्मीद,ओपेक देशों से मिले संकेत

पेट्रोल और डीजल में जल्द राहत की उम्मीद,ओपेक देशों से मिले संकेत

ओपेक देश के बीच रखे गये प्रस्ताव के मुताबिक कीमतों में कमी के लिये उत्पादन को 20 लाख बैरल प्रति दिन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। जिसपर अब सहमति की उम्मीद बन गयी है।

<p>तेल कीमतों में राहत...- India TV Paisa Image Source : PTI तेल कीमतों में राहत की उम्मीद

नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जल्द राहत की उम्मीद बन गई है। दरअसल तेल उत्पादक देशों के बीच तेल उत्पादन को लेकर समझौते की उम्मीद बन गयी है। विदेशी मीडिया में ओपेक प्लस के सूत्रों के हवाले से छपी खबर के अनुसार सऊदी अरब और यूएई के बीच कच्चे तेल में उत्पादन को बढ़ाने के बीच समझौता हो गया है। हाल ही मे हुई ओपेक प्लस देशों की बैठक में इसी गतिरोध के चलते तेल उत्पादन पर फैसला नहीं हो सका है। सूत्रों के मुताबिक कच्चे तेल की कीमत में बढ़त के मांग में नकारात्मक असर को देखते हुए तेल उत्पादक देश कीमतों को नियंत्रण में लाने के लिये तैयार हो गये हैं। रायटर्स में इस बारे में खबर आने के साथ ही कच्चे तेल मे नरमी देखने को मिली है।

कितना बढ़ सकता है उत्पादन
ओपेक देश के बीच रखे गये प्रस्ताव के मुताबिक कीमतों में कमी के लिये उत्पादन को 20 लाख बैरल प्रति दिन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि गतिरोध इस बात पर हुआ था कि उत्पादन बढ़ाने में किस देश का कितना हिस्सा रहेगा।  इस पर अब सहमति बनने की खबर आ रही है। कच्चे तेल की कीमते फिलहाल ढ़ाई साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी हैं। बीते साल तेल की कीमतों मे तेज गिरावट को देखते हुए तेल उत्पादक देशों ने उत्पादन मे रिकॉर्ड कटौती की थी। हालांकि अर्थव्यवस्थाओं मे रिकवरी के अनुसार उत्पादन में बढ़ोतरी नहीं की गयी है जिससे कच्चे तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। हालांकि अब कुछ तेल उत्पादक देश आशंका जता चुके हैं कि अगर कीमतों में बढ़त जारी रहती है तो मांग पर बुरा असर देखने को मिलेगा, इसलिये ओपेक देश उत्पादन बढ़ा कर कीमतों पर नियंत्रण पर बातचीत कर रहे हैं।  

कहां पहुंचा कच्चा तेल

उत्पादन बढ़ने की उम्मीद के साथ ही कच्चे तेल मे गिरावट देखने को मिली है और ब्रेट क्रूड 75 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है। बीते 6 महीने में ब्रेंट क्रूड 55 के स्तर से बढ़कर 75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है।

क्या होगा भारत में तेल उत्पादन बढ़ने का असर
अगर कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ता है तो सप्लाई बढ़ने के साथ कच्चे तेल के दाम नीचे आयेंगे। जिसका सीधा फायदा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में देखने को मिलेगा। फिलहाल ईंधन की कीमतों मे तेजी कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त और ऊंचे टैक्स की वजह से है। कोविड की वजह से सरकारी आय पर बुरे असर के कारण सरकार की पूरी उम्मीद कच्चे तेल में कटौती पर टिकी है। ऐसे में उम्मीद है कि ब्रेंट क्रूड में गिरावट आते ही सरकार इसका फायदा ग्राहकों को देगी।     

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