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सरकार ने किसानों की मदद के लिए उठाया कदम, किया आत्मानिर्भर कृषि एप को लॉन्‍च

सरकार ने कहा कि देश के दूरदराज के इलाकों में कनेक्टिविटी के मुद्दों को देखते हुए एप को न्यूनतम बैंडविड्थ पर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है।

Modi Govt launches Atmanirbhar Krishi App for farmers- India TV Paisa Image Source : PTI Modi Govt launches Atmanirbhar Krishi App for farmers

नई दिल्‍ली। केंद्र सरकार ने देश के किसानों को खेती संबंधी जानकारी और मौसम की पहले से सूचना उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को आत्मनिर्भर कृषि एप की शुरुआत की है। राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म किसानमित्र पर विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा किसानों के लिए प्रासंगिक जानकारी का खजाना अब 'आत्मनिर्भर कृषि एप' के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है। यह एप एंड्रॉइड और विंडोज संस्करणों में किसानों, स्टार्ट-अप, कृषि विज्ञान केंद्रों, स्वयं सहायता समूहों और गैर सरकारी संगठनों के लिए 12 भाषाओं में मुफ्त में उपलब्ध होगी।

सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने एप को लॉन्‍च करते हुए कहा कि किसानमित्र पहल के आत्मानिर्भर कृषि एप के साथ, किसानों के पास आईएमडी, इसरो, आईसीएआर और सीजीडब्ल्यूए जैसे हमारे शोध संगठनों द्वारा दी जाने वाली साक्ष्य-आधारित जानकारियां होंगी। सरकार ने कहा कि देश के दूरदराज के इलाकों में कनेक्टिविटी के मुद्दों को देखते हुए एप को न्यूनतम बैंडविड्थ पर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। बेंगलुरु स्थित इंडियन सेंटर फॉर सोशल ट्रांसफॉर्मेशन (आईसीएसटी) के संस्थापक ट्रस्टी राजा सीवा इस एप और किसानमित्र के विकास में प्रमुख अंशधारकों में से एक हैं। 

बयान में कहा गया है यह जानकारी, जब किसानों द्वारा फसल चक्र, छोटे किसानों की जोत के मशीनीकरण या पराली जलाने पर निर्णय लेने के लिए उपयोग की जाती है, तब यह सुनिश्चित करेगी कि इस जानकारी का, जब किसानों द्वारा फसल पैटर्न, छोटे किसानों की जोत के मशीनीकरण, या पराली जलाने पर निर्णय लेने के लिए उपयोग किया जाता है, बत यह सुनिश्चित करेगा कि पानी और पर्यावरण की स्थिरता और संसाधनों के वि‍वेकपूर्ण उपयोग के महत्‍व को ध्‍यान में रखकर यह निर्णय लिए गए हैं। यह एप एक बेसिक फोन पर भी किसान को समझ में आने वाली भाषा में उपलब्‍ध है, जो निर्णय लेने संबंधी प्रक्रिया में दक्षता को बढ़ाएगी।

अतिरिक्त उर्वरक सब्सिडी से किसानों को लाभ मिलेगा

ब्रिक्स कृषि व्यापार परिषद के अध्यक्ष विक्रमजीत साहनी ने मंगलवार को कहा कि उर्वरक सब्सिडी के रूप में 14,775 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि देने के सरकार के फैसले से किसानों को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से कच्चे माल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के बावजूद किसानों को दिए जाने वाले उर्वरक के मूल्य को नहीं बढ़ाया गया। सरकार ने 14,775 करोड़ रुपये उर्वरक सब्सिडी के तौर पर जारी किए हैं।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कोविड-19 की दूसरी लहर से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों को सहारा देने के लिए कुल मिलाकर 6,28,993 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने कहा कि किसानों की आय में सुधार लाने और कुपोषण से लड़ने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने प्रोटीन, आयरन, जिंक और विटामिन ए जैसे पोषक तत्वों वाली जैव-संवर्धित फसल की किस्में विकसित की हैं। साहनी ने कहा कि जैव फसलों के विकास के क्षेत्र में यह एक सकारात्मक कदम है।

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