दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचना न ट्रैफिक का झंझट रहेगा और न ही लंबा सफर। दिल्ली और नोएडा एयरपोर्ट के बीच बनने जा रहा हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर सफर को सिर्फ 21 मिनट का बना देगा। यानी आप दिल्ली से सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेंगे, उतनी देर में जितना वक्त अभी सिर्फ एक रेड लाइट पार करने में लगता है। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर बल्कि रियल एस्टेट मार्केट के लिए भी गेमचेंजर साबित होने जा रहा है।
21 मिनट में दिल्ली से एयरपोर्ट तक सफर
न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर दिल्ली से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक महज 21 मिनट में दूरी तय करेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत एयरपोर्ट के ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर (GTC) में एक अंडरग्राउंड स्टेशन बनाया जाएगा, जिससे यात्रियों को सहज और तेज कनेक्टिविटी मिलेगी। यह कॉरिडोर दिल्ली-नोएडा के लाखों यात्रियों के लिए राहत का बड़ा साधन बनने जा रहा है।
प्रॉपर्टी मार्केट में मचने वाली है हलचल
इस प्रोजेक्ट की घोषणा के बाद रियल एस्टेट सेक्टर में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि इस हाई-स्पीड रेल रूट के आसपास के इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी उछाल आएगा। जिन इलाकों को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा उनमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) और जेवर एयरपोर्ट एरिया शामिल हैं। बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ सफर की सुविधा से इन इलाकों में रिहायशी, कमर्शियल और हॉस्पिटैलिटी प्रोजेक्ट्स की मांग तेजी से बढ़ेगी।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बूस्ट
हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि रीजनल डेवलपमेंट का बड़ा इंजन साबित होगा। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह प्रोजेक्ट दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट ग्रोथ को नई दिशा देगा। खासकर सेक्टर-150, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे के पास स्थित इलाकों में इन्वेस्टर्स की दिलचस्पी तेजी से बढ़ेगी।
ऑफिस स्पेस और घरों की बढ़ेगी मांग
जैसे-जैसे इस रेल कॉरिडोर के आसपास इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा, वैसे-वैसे ऑफिस स्पेस, दुकानों और रिहायशी प्रॉपर्टी की मांग में भी उछाल देखने को मिलेगा। जो निवेशक अभी निवेश करेंगे, उन्हें आगे चलकर बेहतर रेंटल यील्ड और रीसेल वैल्यू का फायदा मिलेगा। रेल स्टेशन के नजदीक के क्षेत्र भविष्य में NCR के सबसे हॉट इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन सकते हैं।
निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट दिल्ली-एनसीआर को एक नए इन्वेस्टमेंट और बिजनेस हब के रूप में स्थापित करेगा। तेज़ कनेक्टिविटी के साथ यह इलाका आने वाले वर्षों में रिटेल, हॉस्पिटैलिटी और लक्ज़री हाउसिंग का केंद्र बन जाएगा। कुल मिलाकर, दिल्ली-नोएडा एयरपोर्ट हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर NCR के विकास का नया अध्याय लिखने जा रहा है।
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