रूस ने यूक्रेन पर 4 दिनों में तीन बड़ा हमला करके पुतिन की रूस में बतौर राष्ट्रपति फिर से मजबूती से स्थापित होने का संकेत दे दिया है। ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर एक साथ दर्जनों मिसाइलों से हमला किया। इससे दहशत का जलजला मच गया। लोग अपनी जान बचाने को इधर-उधर भागने लगे।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की फोन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने के बाद काफी खुश नजर आए। उन्होंने भारत के साथ यूक्रेन के द्विपक्षीय संबंधों को कृषि, फॉर्मास्यूटिकल, औद्योगिक और विमानन क्षेत्र में मजबूत करने की इच्छा जताई। यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता के समर्थन पर भारत का धन्यवाद किया।
दो साल से भी ज्यादा समय से चली आ रही रूस और यूक्रेन जंग से यूक्रेन थक चुका है। इसी बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। यूक्रेन को भारत से बहुत उम्मीद है कि भारत इस जंग का कोई समाधान निकाल सकता है।
रूस और यूक्रेन की जंग में 16 और नेपालियों ने जान गंवा दी है। इस जंग में किसी अन्य देश के सबसे ज्यादा मरने वाले सैनिकों में नेपाल नंबर वन हो गया है। इसी बीच नेपाल सरकार ने रूस से मुआवजा मांगा है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर परमाणु हथियारों के उपयोग की चेतावनी दी है। पुतिन ने कहा कि रूस पर जरा भी खतरा हुआ, तो परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे।
रूस और यूक्रेन में जंग दो साल से जारी है। इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा किया है। रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेनी हमले को नाकाम कर दिया है। साथ ही 234 यूक्रेनी लड़ाकों को मार गिराया है।
रूस और यूक्रेन में दो साल से जंग चल रही है। इसी बीच यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है। यूक्रेन ने कहा है कि हमने जंग में अहमियत रखने वाले रूसी जहाज को काला सागर में डुबो दिया है।
रूस और यूक्रेन जंग को दो साल हो गए, लेकिन यूएन सुलझाने में बुरी तरह नाकाम रहा है। यूएन सुरक्षा परिषद की इस नाकामी पर भारत ने सवाल उठाए हैं। भारत ने पूछा है कि यूएन जंग रोकने में पूरी तरह निष्प्रभावी क्यों रहा?
रूस और यूक्रेन की जंग को आज 24 फरवरी को दो साल पूरे हो गए। इस दौरान जंग में कई उतार चढ़ाव आए। जहां रूस ने पहले साल आक्रामकता के साथ यूक्रेन के शहरों को ध्वस्त किया। वहीं दूसरे साल में यूक्रेन को पश्चिमी देशों का साथ मिल गया। सैन्य और आर्थिक मदद मिलने पर यूक्रेन ने जोरदार पलटवार किया।
भारत ने हमेशा ही रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही आम लोगों की हत्याओं की निंदा की है। इसी बीच यूक्रेन ने कहा है कि इस जंग को रोकने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है। जानिए यूक्रेन की उपविदेश मंत्री ने ऐसा क्यों कहा?
रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच रूस ने यूक्रेनी सैनिकों को रोकने के लिए नई रणनीति बनाई है। इसके तहत रूस 30 किलोमीटर लंबी ट्रेन की दीवार बना रहा है। इस तरह वह यूक्रेनी सैनिकों को रोकेगा। जानिए डिटेल।
रूस और यूक्रेन की जंग को दो साल होने को हैं लेकिन जंग का कोई हल निकलता नहीं दिखाई दे रहा है। इसी बीच यूएन में रूस ने पश्चिमी देशों पर इस जंग को थोपने का आरोप लगाया है।
यूक्रेन की सेना ने काला सागर में रूस के एक युद्धपोत को ड्रोन हमले में समुद्र में डुबोने का दावा किया है। यूक्रेन ने दावे में कहा कि उसने रूसी पोत पर हमला करके उसे समुद्र में डुबो दिया है। वहीं रूसी जांच कर्ताओं ने दावा किया था कि यूक्रेन ने अमेरिका निर्मित 2 पैट्रियट मिसाइलों द्वारा पोत को मार गिराया था।
रूस और यूक्रेन की जंग में नाटो पूरी तरह से यूक्रेन की सहायता करके रूस के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा है। हालांकि रूस भी पीछे हटने वाला नहीं है। इसी बीच यूक्रेन के लिए नाटो 1.2 अरब डॉलर की मदद देने जा रहा है।
रूस से जंग के बीच यूक्रेनी सैनिक अजीब समस्या का सामना कर रहे हैं। उनकी इस समस्या को देखकरा पहला वर्ल्ड वार की याद लोगों के जेहन में आ रही है। जानिए रूस से जंग के बीच क्या है यह समस्या।
यूक्रेन का रूस पर बड़ा हमला हुआ है। यूक्रेनी ड्रोन अटैक से रूस का तेल डिपो धू धू कर जल उठा है। जंग के बीच यूक्रेन भी रूस पर लगातार हमलावर हो रहा है।
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच यूक्रेन में सैनिकों की कमी का संकट खड़ा हो गया है। यही कारण है कि यूक्रेनी सेना ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को प्रस्ताव दिया है कि कम से कम 5 लाख सैनिकों की भर्ती की जाना जरूरी है।
रूस और यूक्रेन जंग जारी है। ताजा घटनाक्रम में यूक्रेन की सेना ने रूस की किंझल मिसाइल को मार गिराया। इस किंझल मिसाइल पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन को काफी गर्व था। पुतिन को इस मिसाइल गिरने पर झटका लगा है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन से जंग के 22 महीने बीत जाने पर कहा है कि कीव में तब तक शांति नहीं कायम होगी, जब तक मास्को अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेता। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं होना चाहिए और उसे तटस्थ रहना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता तो यूक्रेन में शांति नहीं आएगी।
रूस भागकर आए पूर्व यूक्रेनी सांसद इलिया कीवा की रूस में हत्या कर दी गई है। इस हत्या से सनसनी फैल गई। उनका शव मॉस्को के पास पड़ा मिला। यूक्रेनी सेना के अधिकारी का कहना है कि 'पुतिन का समर्थन करने वालों का यही हश्र होगा'।
22 महीने बाद भी रूस और यूक्रेन की जंग जारी है। इसी बीच रूस ने हमले और तेज कर दिए हैं। अपने खतरनाक इरादे दिखाते हुए रूस की सेना ने यूक्रेन के दक्षिणी शहर पर जोरदार हमला किया है।