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ट्रांसपोर्टरों ने सरकार को दी हड़ताल की चेतावनी, डीजल की कीमतें कम करने की मांग की

सरकार की मुश्किलें कम होती नही दिख रही है। अब किसानों के बाद व्यापारियों ने सरकार को चेतावनी दे दी है। डीजल की बढ़ती कीमतों और उच्च कर का विरोध करते हुए ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल पर जाने की रविवार को चेतावनी दी।

ट्रांसपोर्टरों ने सरकार को दी हड़ताल की चेतावनी, डीजल की कीमतें कम करने की मांग की- India TV Paisa Image Source : PTI ट्रांसपोर्टरों ने सरकार को दी हड़ताल की चेतावनी, डीजल की कीमतें कम करने की मांग की

नई दिल्ली: सरकार की मुश्किलें कम होती नही दिख रही है। अब किसानों के बाद व्यापारियों ने सरकार को चेतावनी दे दी है। डीजल की बढ़ती कीमतों और उच्च कर का विरोध करते हुए ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल पर जाने की रविवार को चेतावनी दी। ट्रांसपोर्टरों के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने कहा कि डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसके अलावा कर की उच्च दरें, ई-वे बिल से संबंधित कई बातों और वाहनों को कबाड़ करने की मौजूदा नीति आदि पर एआईएमटीसी की संचालन परिषद में चर्चा की गयी। एआईएमटीसी लगभग 95 लाख ट्रक ड्राइवरों और लगभग 50 लाख बसों व पर्यटक ऑपरेटरों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करता है। 

संगठन ने बयान में कहा कि उसके राष्ट्रीय नेतृत्व ने मांगों के समाधान की दिशा में प्रक्रिया शुरू करने के लिये सरकार को 14 दिन का नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है। प्रमुख मांगों में डीजल की कीमतों में तत्काल कमी और इसमें एकरूपता, ई-वे बिल व जीएसटी से संबंधित मुद्दों का समाधान और वाहनों को कबाड़ करने की नीति को अमल में लाने से पहले ट्रांसपोर्टरों के साथ इस बारे में चर्चा शामिल है। संगठन ने कहा कि यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो वे देश भर में परिचालन बंद करने को बाध्य होंगे।

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पेट्रोल, डीजल और महंगे, जानें अपके राज्य में कितने पहुंचे दाम

पेट्रोलियम का खुदरा कारोबार करने वाली सरकारी कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के भावों में लगातार छठे रविवार को वृ​द्धि की। ताजा बोढोतरी से राजस्थान में पेट्रोल और डीजल के भाव क्रमश: 99 रुपये और 91 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गये हैं। वैश्विक बाजारों में तेजी के बाद स्थानीय कंपनियों ने रविवार को पेट्रोल 29 पैसे और डीजल 32 पैसे प्रति लीटर महंगा कर दिया। इसके साथ राज्यस्तरीय करों को मिला कर ईंधन की खुदरा कीमतें नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच गयी हैं। दिल्ली में पेट्रोल 88.73 और डीजल 79.06 के भाव पर पहुंच गया है। राजस्थान में पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट की दरें सबसे अधिक है। इसके असर से श्रीगंगानगर में पेट्रोल 99.29 और डीजल 91.17 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। 

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राजस्थान ने पिछले महीने के अंतिम दिनों में पेट्रोल और डीजल पर वैट दो रुपये प्रतिलीटर कम किया था। इसके बावजूद वहां राज्य में वैट की दर 36 प्रतिशत और प्र​ति किलो लीटर 1500 रुपये के सड़क उपकर के चलते सबसे अधिक है। राज्य में डीजल पर 26 रुपये प्र​ति लीटर के राज्य स्तरीय कर के अलवा 1,750 रुपये प्रति किलो लीटर का सड़क उपकर लगता है। श्रीगंगानगर में प्रीमियम पेट्रोल रविवार को 102.07 रुपये और प्रीमियम ग्रेड डीजल 94.83 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा था। 

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दिल्ली में प्रीमियम पेट्रोल 91.56 रुपये और प्रीमियम डीजल 82.35 रुपये के भाव पर है। मुंबई में सामान्य पेट्रोल और डीजल की दरें क्रमश: 95.21 और 86.04 और प्रीमियम उत्पादों की दरें क्रमश: 97.99 और 89.27 रुपये लीटर हैं। लगातार छह दिन की बढ़ोतरी से पेट्रोल 1.80 रुपये और डीजल 1.88 रुपये महंगा हो चुका है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी की आलोचना करते हुए सकरार से इन पर कर तत्काल कम किए जाने की मांग की है।

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पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को संसद में कहा था कि पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क घटाने का फिल हाल कोई विचार नहीं है। वैश्विक बाजार में कोविड संकट के बाद पहली बार कच्चे तेल का भाव 61 डालर प्रति बैरल तक चला गया है। भारत को पेट्रोलियम ईंधन की जरूरत के लिए 80 प्रतिशत आयात पर निर्भर करना पड़ता है। केंद्र पेट्रोल पर प्रति लीटर 32.9 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर 31.80 रुपये उत्पाद शुल्क लगा रही है। 

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