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Hindi News बिहार VIDEO: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के फिर बिगड़े बोल, रामचरितमानस को लेकर दिया विवादित बयान

VIDEO: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के फिर बिगड़े बोल, रामचरितमानस को लेकर दिया विवादित बयान

नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने एक बार फिर रामचरितमानस के खिलाफ विवादित टिप्पणी की है। चंद्रशेखर ने रामचरितमानस की तुलना जानलेवा पोटैशियम साइनाइड से की है। उन्होंने कहा कि मेरी आपत्ति वहां है और जीवनभर रहेगी।

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर

सनातन और हिंदू धर्मग्रंथ पर हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक नेता करोड़ों लोगों की आस्था को निशाना बनाते जा रहे हैं। हिंदू धर्म पर ताजा हमला नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने किया है। चंद्रशेखर ने एक बार फिर रामचरितमानस के खिलाफ विवादित टिप्पणी की है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस की तुलना जानलेवा पोटैशियम साइनाइड से कर दी है। हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि पचपन तरह का व्यंजन परोस कर उसमें पोटैशियम साइनाइड मिला दीजिए तो क्या होगा, हिंदू धर्म ग्रंथ का हाल ऐसा ही है। नीतीश सरकार के शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस के अरण्य कांड की चौपाई पर भी सवाल उठाए हैं। 

"बहुत अच्छी-अच्छी बातें भी हैं"

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने कहा, "अच्छी बातें भी हैं। बहुत अच्छी-अच्छी बातें भी हैं, लेकिन 55 प्रकार का खाना परोसा गया हो, उसमें थोड़ा पोटैशियम साइनाइड डाल दिया गया हो, तो आप खाएंगे? इसलिए मेरी आपत्ति वहां है और जीवनभर रहेगी। ये पोटैशियम साइनाइड टाइप का कुछ चीज है।" 

"जाति को लेकर गलत बात नहीं कही गई?" 

चंद्रशेखर ने शुद्र न पूजहु वेद प्रवीणा को लेकर कहा कि ये क्या है? क्या इसमें जाति को लेकर गलत बात नहीं कही गई है? उन्होंने कहा, "गोदान के पात्र नहीं बदले जाएंगे और उनकी जातियां नहीं बदली जाएंगी। गटर में उतरने वालो की जातियां नहीं बदली जाएंगी तब तक इस भारत में आरक्षण और जातीय गणना की जरूरत पड़ती रहेगी।"

रामचरितमानस पर पहले भी की थी टिप्पणी

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर इससे पहले भी रामचरितमानस पर कई विवादित और बेतुकी बयानबाजी कर चुके हैं। इसी साल जनवरी में उन्होंने रामचरितमानस को नफरत फैलाने और समाज को बांटने वाला ग्रंथ बता दिया था। इस बात को लेकर नीतीश सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। नीतीश कुमार ने उन्हें इस तरह के बयानों से बचने की नसीहत भी दी थी, लेकिन चंद्रशेखर नहीं माने। इसके बाद उन्होंने फरवरी में रामचरितमानस को लेकर एक और बेतुका बयान दिया। चंद्रशेखर ने कहा कि रामचरितमानस में जो कूड़ा कचरा है, उसे साफ करने की जरूरत है। रामचरितमानस में दर्जनों दोहे ऐसे हैं जिन्हें बदलने की जरूरत है।