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Hindi News बिहार जमीन विवाद में नरसंहार, नालंदा में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या

जमीन विवाद में नरसंहार, नालंदा में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या

बिहार के नालंदा में लोदीपुर के छबीलापुर गांव में जमीन विवाद को लेकर एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि छबिलपुर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गंव में जमीनी विवाद को लेकर जमकर गोलीबारी हुई जिसमें 5 लोगो की मौत घटना स्थल पर ही हो गई जबकि 3 लोग गोली लगने से जख्मी हो गए।

Bihar: Five killed over land dispute in Nalanda; three critically injured- India TV Hindi Image Source : ANI बिहार के नालंदा में जमीन विवाद को लेकर एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई है।

पटना: बिहार के नालंदा में लोदीपुर के छबीलापुर गांव में जमीन विवाद को लेकर एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि छबिलपुर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गंव में जमीनी विवाद को लेकर जमकर गोलीबारी हुई जिसमें 5 लोगो की मौत घटना स्थल पर ही हो गई जबकि 3 लोग गोली लगने से जख्मी हो गए। मृतक के परिवार वालों ने बताया कि नीतीश यादव के परिवार से 50 विगहा जमीन पर विवाद चल रहा था जिसका केस कोर्ट में लंबित था और जमीन पर 144 लगा दिया गया था।

बाबजूद इसके आज नीतीश और उसका परिवार जमीन को जोतने के लिए पहुचा था जिसका विरोध किया तो धीरेंद्र यादव, पिंटू, अवधेश, यदु, शिवम सहित कुल 8 लोगों को गोली मार दिया जिससे 5 लोगो की मौत हो गई जबकि 3 लोग जख्मी हो गए। घटना की सूचना पाकर डीएसपी सहित कई अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है।

नालंदा के एसपी ने बताया, ''जमीन विवाद के कारण गोलीबारी की घटना हुई। अभी 5 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है और 3 लोग घायल हैं। हम जांच कर रहे हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।'' पुलिस की टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापे डाल रही है। इस हत्याकांड के बाद छबीलापुर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव में दहशत का माहौल है। 

बता दें कि बिहार में जमीन विवाद को लेकर लगातार हत्या की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सीएम नीतीश कुमार ने भी हाल ही में कानून- व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान जमीन विवाद को लेकर हो रही हत्याओं पर चिंता जताई थी। कुछ जानकारों का कहना है कि बिहार में ज्यादातर हत्याएं जमीन की वजह से हो रही है। हालांकि सरकार के स्तर से कई सुधार किए गए मगर विवादों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है।

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