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Hindi News बिहार सोनिया पुत्र मोह त्यागें, राहुल में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं: शिवानंद तिवारी

सोनिया पुत्र मोह त्यागें, राहुल में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं: शिवानंद तिवारी

'कांग्रेस की हालत बिना पतवार के नाव की तरह हो गई है, कोई इसका खेवनहार नहीं है। यह स्पष्ट हो चुका है कि राहुल गांधी में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं है।'

शिवानंद तिवारी ने कहा- 'सोनिया गांधी पुत्र मोह त्यागें, राहुल में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता न- India TV Hindi Image Source : ANI/TWITTER शिवानंद तिवारी ने कहा- 'सोनिया गांधी पुत्र मोह त्यागें, राहुल में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं' 

पटना: बिहार में विपक्षी महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शुक्रवार को अपील की कि वह अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के बारे में निर्णय लेते वक्त पुत्र मोह को त्याग दें। विपक्षी महागठबंधन में कांग्रेस भी शामिल है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी की बैठक होने जा रही है। पता नहीं उस बैठक का नतीजा क्या निकलेगा, लेकिन यह स्पष्ट है कि कांग्रेस की हालत बिना पतवार के नाव की तरह हो गई है, कोई इसका खेवनहार नहीं है। यह स्पष्ट हो चुका है कि राहुल गांधी में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं है। जनता की बात तो छोड़ दीजिए, उनकी पार्टी के लोगों का ही भरोसा उन पर नहीं है इसलिए लोग कांग्रेस पार्टी से मुंह मोड़ रहे हैं।’’ 

शिवानंद ने कहा, ‘‘खराब स्वास्थ्य के बावजूद सोनिया जी अध्यक्ष के रूप में किसी तरह पार्टी को खींच रही हैं। मैं उनकी इज्जत करता हूं। मुझे याद है सीताराम केसरी के जमाने में पार्टी किस तरह डूबती जा रही थी, वैसी हालत में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की कमान संभाली थी और पार्टी को सत्ता में पहुंचा दिया था हालांकि उनके विदेशी मूल को लेकर काफी बवाल हुआ था। भाजपा की बात छोड़ दीजिए, कांग्रेस पार्टी में भी उनके नेतृत्व को लेकर गंभीर संदेह व्यक्त किया गया था।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘ आज सोनिया जी के सामने एक यक्ष प्रश्न है-पार्टी या पुत्र या यूं कहिए कि पुत्र या लोकतंत्र। कांग्रेस पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। मैं नहीं जानता हूं कि मेरी बात उन तक पहुंचेगी या नहीं लेकिन देश के समक्ष जिस तरह का संकट मुझे दिखाई दे रहा है वही मुझे अपनी बात उनके सामने रखने के लिए मजबूर कर रहा है।’

इनपुट-भाषा