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Hindi News क्राइम सोशल मीडिया पर बॉयफ्रेंड बनाना पड़ सकता है महंगा! नाइजीरियन गैंग ने पूछताछ में उगला सच, गंवा बैठेंगे अपना सब कुछ

सोशल मीडिया पर बॉयफ्रेंड बनाना पड़ सकता है महंगा! नाइजीरियन गैंग ने पूछताछ में उगला सच, गंवा बैठेंगे अपना सब कुछ

उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने के ऐसी ही गैंग का भंडा फोड़ किया है जो इस तरह से ठगी को अंजाम देते थे। नोएडा पुलिस ने सोशल मीडिया पर ठगी करने वाले नाइजीरियाई गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के सदस्य इंस्टाग्राम पर युवतियों से दोस्ती कर उन्हें महंगे गिफ्ट भेजने के बहाने अपने जाल में फंसाते थे।

social media- India TV Hindi Image Source : FILE सोशल मीडिया पर बॉयफ्रेंड बनाना पड़ सकता है महंगा

नोएडा: कल्पना कीजिए आप एक महिला हैं और आपकी सोशल मीडिया पर किसी लड़के के साथ दोस्ती होती है। धीरे-धीरे बातचीत शुरू होती है। यह दोस्ती बातचीत से आगे बढ़कर प्यार में बदल जाती है। लड़का आपको गिफ्ट्स भेजने की बात करता है। इस बहाने आपका मोबाइल नंबर, आईडी कार्ड्स, पता आदि ले लेता है और महंगे-महंगे गिफ्ट भेजने की बात करता है। इसके कुछ दिनों बाद आपको लड़के का फोन आता है और वह कहता है कि उसने आपके लिए कुछ महंगा गिफ्ट जैसे सोने के गहने, कोई महंगी घड़ी या फिर फोन भेजा है लेकिन वह एयरपोर्ट पर कस्टम में फंस गया है। 

लड़का आपको बोलता है कि आपको कस्टम अधिकारी की तरफ से फ़ोन आएगा आप बात कर लीजियेगा। इसके कुछ देर बाद आपको एक महिला का फोन आता है और वह अपने आप को कस्टम अधिकारी बताती है और बोलती है कि आपका गिफ्ट कस्टम में फंस गया है और इसके लिए आपको कुछ रकम चुकानी होगी। आपको उस महंगे गिफ्ट के आगे कस्टम के लिए चुकाने वाली रकम ज्यादा नहीं लगती है और आप उसके द्वारा बताये गए खाते पर वह रकम भेज देती हैं और इंतजार करती हैं कि अब आपका वो महंगा गिफ्ट आप तक पहुंच जाएगा। कुछ दिनों तक जब वह गिफ्ट आप तक नहीं पहुंचता है तो शायद आपको ठगी का शिकार होने का एहसास हो। 

नोएडा पुलिस ने एक गैंग का किया भंडाफोड़ 

जी हां, उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने के ऐसी ही गैंग का भंडा फोड़ किया है जो इस तरह से ठगी को अंजाम देते थे। नोएडा पुलिस ने सोशल मीडिया पर ठगी करने वाले नाइजीरियाई गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के सदस्य इंस्टाग्राम पर युवतियों से दोस्ती कर उन्हें महंगे गिफ्ट भेजने के बहाने अपने जाल में फंसाते थे। इसके बाद गिफ्ट कस्टम अधिकारियों द्वारा जब्त किए जाने की बात कहकर उनसे लाखों रुपये क्लीयरेंस के नाम पर ठगते थे। इस गिरोह ने अब तक सैकड़ों हाई प्रोफाइल महिलाओं को अपने झांसे में लाकर ठगी की है। 

पुलिस ने 7 नाईजीरियन नागरिक और 1 भारतीय महिला को किया गिरफ्तार 

पुलिस द्वारा पकड़े गए गिरोह में 7 नाइजीरियाई नागरिक और एक भारतीय महिला शामिल है। एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि पुलिस ने डेनियल जोन निवासी अकरा घाना, कैल्विन ओकाफोर ग्यूईज निवासी ओबीयानीमा डेल्टा स्टेट नाइजीरिया, उच्चेन्ना एग्बू निवासी उम्हिया एनूगू स्टेट नाइजीरिया, जोनस डैक्का निवासी अकरा घाना, हिबिब फोफाना निवासी आबिदजान कोट डिलवोइर, ईक्सा सगीरनिवासी कडूना स्टेट नाइजीरिया, राधिका चेत्री निवासीगंगटोक सिक्किम, ओयोमा लीसा डोमनिक निवासी डेल्टा स्टेट नाइजीरिया को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी दिल्ली के निहाल विहार में एक फ्लैट में रहते थे।

इस गैंग ने 700 महिलाओं को बनाया था शिकार 

एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि अभी तक की जांच में इन लोगों ने करीब 700 महिलाओं को अपना शिकार बनाया है। ठगी का काम ये कई सालों से कर रहे थे। ठगी के पैसों को ये विभिन्न फर्जी खातों में ट्रांसफर कर प्राप्त हुई धनराशि को इनके अन्य साथी जोनस डैक्का के फर्जी खाते में ट्रांसफर करवा दिया जाता है। इसके बाद इनके एक और अन्य साथी हिबिब फोफाना द्वारा पैसों को इंडियन करेंसी से नाइजीरियाई करेंसी में बदलकर अपने शौक पूरे किए जाते थे। एडीसीपी ने बताया कि यह एक संगठित गिरोह है। ये मूल रूप से अफ्रीका महाद्वीप के नाइजीरिया, घाना, आबिद जान देश के निवासी हैं। भारत में वर्ष 2021 में पढ़ाई और इलाज के वीजा पर आए थे। इनमें से चार का वीजा 2021 के 6 माह बाद खत्म हो चुका था। वीजा की वैधता अवधि खत्म होने के बाद भी ये आरोपी अपने मूल देश वापस नहीं गए और भारत में रहकर लोगों के साथ ठगी कर रहे थे।

Image Source : twitterनोएडा पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

इंस्टाग्राम पर महिलाओं से करते थे दोस्ती 

ये सभी आरोपी इंस्टाग्राम पर महिलाओं से दोस्ती करते थे। विश्वास में लेने के बाद पर्सनल नंबर लेते थे, जिसके बाद महिलाओं से उनका पता लेकर उनके पते पर फर्जी रूप में गोल्ड ज्वेलरी, महंगी घड़ी, फोन इत्यादि सामान भेजने का नाटक कर महिलाओं को धोखे में रखकर उनसे विभिन्न रूप में कस्टम ड्यूटी आदि के रूप में पैसों की ठगी करते थे। ये महिलाओं को आकर्षित करने के लिए अपने आपको नेवी का कैप्टन बताते और उनको फोटो भेजते थे। इस गिरोह की महिला कस्टम अधिकारी बनकर उनसे बात करती और पैसे ऐंठती थी, क्योंकि महिला आरोपी को हिंदी बोलना आता था।

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