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Hindi News दिल्ली गर्लफ्रेंड से शादी करने के लिए इंजीनियर ने 7 महीने के बच्चे को किया किडनैप, फिर हुआ कुछ ऐसा

गर्लफ्रेंड से शादी करने के लिए इंजीनियर ने 7 महीने के बच्चे को किया किडनैप, फिर हुआ कुछ ऐसा

पश्चिमी दिल्ली में एक इंजीनियर ने अपने मकान मालिक के 7 महीने के बेटे को किडनैप कर 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी।

<p>गर्लफ्रेंड से शादी...- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE गर्लफ्रेंड से शादी करने के लिए इंजीनियर ने 7 महीने के बच्चे को किया किडनैप, फिर हुआ कुछ ऐसा

नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली में एक इंजीनियर ने अपने मकान मालिक के 7 महीने के बेटे को किडनैप कर 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी। दिल्ली पुलिस ने बड़ी सूझबूझ से सात घंटे के अंदर मामले को सुलझाते हुए बच्चे को सुरक्षित बरामद कर आरोपी प्रियांशु कुमार को उत्तम नगर से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में आरोपी के पिता ने पुलिस व पीड़ित परिवार का साथ दिया और प्रियांशु को गिरफ्तार कराने में काफी मदद की। प्रियांशु अपनी गर्लफ्रेंड के साथ शादी कर घर बसाना चाहता था और इसके लिए उसे पैसे की जरूरत थी।

यह मामला दिल्ली के रणहौला इलाके का है। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार सुबह रणहौला में रहने वाले परिवार से उन्हें फोन आया कि उनके बच्चे का अपहरण कर लिया गया है। मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी को शिवी नाम की महिला ने बताया कि उसका किराएदार प्रियांशु शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे उसके पास आया और कहा कि वह उसके बच्चे को कुछ देर के लिए बाहर ले जाना चाहता है। महिला ने प्रियांशु से कहा कि उसका बच्चा अभी सो रहा है इसलिए वह कुछ देर इंतजार करे लेकिन एक घंटे बाद प्रियांशु बच्चे को ले गया और उसके बाद अब तक नहीं लौटा।

इसके बाद उसने घटना की जानकारी अपने पति सिद्धार्थ कौशिक व पुलिस को दी। फार्मा कंपनी में फार्मासिस्ट सिद्धार्थ ओखला स्थित अपने कार्यालय से तुरंत घर के लिए निकल गए। घर आने के दौरान ही प्रियांशु ने उन्हें कॉल किया और 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी। साथ ही पुलिस को घटना की जानकारी नहीं देने की धमकी दी। प्रियांशु ने अपने पिता को काल कर बच्चे के अपहरण और फिरौती मांगने की जानकारी दी। साथ ही पिता से कहा कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द पैसे के इंतजाम करने की बात कहें।

रणहौला थाना में इस बाबत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। बाहरी जिला के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त फर्स्ट सुधांशु धामा के नेतृत्व में टीम बनाई गई। छानबीन के दौरान पता चला कि आरोपित उत्तम नगर से टैक्सी लेकर गाजियाबाद की ओर गया है। तुरंत दो टीम को गाजियाबाद रवाना कर दिया गया। एक टीम को आनंद विहार में पता चला कि एक शख्स नवजात बच्चे के साथ टैक्सी में वसुंधरा की ओर जाता दिखाई दिया है। प्रियांशु बीच-बीच में अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर देता था। इधर उसकी लोकेशन का पता लगाने के लिए उससे लगातार बातचीत जारी रखना जरूरी था। ऐसे में आरोपी के पिता औ पीड़ित ने उसके अकाउंट में समय-समय पर करीब 40 हजार रुपये भी भेज दिए।

इनका मकसद था कि उसे पैसे मिलने को लेकर विश्वास होता रहे, जिससे कि मोबाइल स्विच ऑफ नहीं करे। इस दौरान वह बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस उसका लगातार पीछा कर रही थी। इसी दौरान लाजवंती चौक पर आरोपी की टैक्सी को रोक लिया और सबसे पहले बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। इस दौरान आरोपी वहां से फरार होने में कामयाब हो गया। वारदात के 7 घंटे के भीतर आरोपी प्रियांशु को उत्तम नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रियांशु ने कानपुर में एक निजी संस्था से बीटेक किया था और साहिबाबाद की एक कंपनी में ट्रेनिंग कर रहा है। उसने पुलिस को बताया कि पढ़ाई के दौरान ही उसे एक युवती से प्रेम हो गया था। युवती को खुश रखने के लिए उसे समय-समय पर पैसे की जरूरत होती थी। ऐसे में वह शादी कर अपना घर बसाना चाह रहा था।