A
Hindi News दिल्ली मजबूरी में ई-रिक्शा में पर श्मशान घाट ले जाना पड़ा शव, नहीं थे अंतिम संस्कार के पैसे

मजबूरी में ई-रिक्शा में पर श्मशान घाट ले जाना पड़ा शव, नहीं थे अंतिम संस्कार के पैसे

दिल्ली में कोरोना संक्रमण रोकने को लगाए गए लॉकडाउन के बाद कई गरीब परिवारों ने अपनी आजीविका खो दी है। दिल्ली में लगे लॉकडाउन के चलते एक परिवार की माली हालत ऐसी हो गई कि वह दाने-दाने को मोहताज हो गया।

मजबूरी में ई-रिक्शा में पर श्मशान घाट ले जाना पड़ा शव, नहीं थे अंतिम संस्कार के पैसे- India TV Hindi Image Source : INDIA TV मजबूरी में ई-रिक्शा में पर श्मशान घाट ले जाना पड़ा शव, नहीं थे अंतिम संस्कार के पैसे

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना संक्रमण रोकने को लगाए गए लॉकडाउन के बाद कई गरीब परिवारों ने अपनी आजीविका खो दी है। दिल्ली में लगे लॉकडाउन के चलते एक परिवार की माली हालत ऐसी हो गई कि वह दाने-दाने को मोहताज हो गया। जब परिवार के एक सदस्य की मौत हुई तो परिजनों के पास इतना भी पैसा नहीं था कि उसके शव को एंबुलेंस से श्मशान घाट ले जा सके। 

परिवार सड़क पर भटकता रहा कई ऑटो चालकों से बात की लेकिन ऑटो चालकों ने शव को ले जाने से मना कर दिया। जिसके बाद मजबूर होकर परिजनों को एक ई-रिक्शा में रखकर निगमबोध घाट ले जाना पड़ा। निगमबोध घाट में एक एनजीओ की मदद से परिजनों को बिना पैसे दिए शव का अंतिम संस्कार करना पड़ा। मृतक का नाम पवन है जिसकी उम्र 40 साल बताई जा रही है। पवन की 26 मई को मौत हो गई थी, बताया जा रहा है कि पवन की नेचुरल मौत थी।

दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,141 मामले सामने आए, 139 रोगियों की मौत 

दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,141 नए मामले सामने आए और 139 रोगियों की मौत हो गई। संक्रमण की दर 1.59 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। दिल्ली में लगातार तीसरे दिन संक्रमण के मामलों की दैनिक संख्या 1,500 से कम रही। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार संक्रमण के चलते अब तक कुल 23,951 लोगों की मौत हो चुकी है। बृहस्पतिवार को संक्रमण के 1,072 मामले सामने आए थे और 117 रोगियों की मौत हुई थी। संक्रमण की दर गिरकर 1.53 प्रतिशत हो गई थी।

दिल्ली में 31 मई से शुरू होगी अनलॉक की प्रकिया, एक हफ्ते के लिये दी गई निर्माण कार्य की इजाजत 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली ने किसी प्रकार कोविड-19 की दूसरी लहर पर काबू पा लिया है और अब सरकार धीरे-धीरे लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि सोमवार से एक सप्ताह के लिये फैक्टरियां दोबारा खोली जा सकेंगी और निर्माण कार्यों की बहाली को मंजूरी दी जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि इसका यह मतलब नहीं है कि महामारी के खिलाफ जंग खत्म हो गई है। डिजिटल माध्यम से आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, “यह समय अनलॉक प्रक्रिया शुरू करने का है। ऐसा नहीं होना चाहिए कि लोग कोरोना वायरस से तो बच जाएं लेकिन भूख से मर जाएं। हमें कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और आर्थिक गतिविधियों को मंजूरी देने के बीच संतुलन बनाकर चलना होगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की शुक्रवार को हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लॉकडाउन को धीरे-धीरे हटाया जाएगा। इस प्रक्रिया में हमें सबसे पहले निम्न वर्ग के लोगों का ध्यान रखना होगा। दिहाड़ी पर काम करने वाले, मजदूर, आजीविका कमाने के लिए दूरदराज के इलाकों से दिल्ली आने वाले प्रवासी श्रमिक।” उन्होंने कहा, “यह ध्यान में रखते हुए सोमवार से एक सप्ताह तक फैक्टरियां खोलने और निर्माण कार्यों को मंजूरी देने का निर्णय लिया गया है।” केजरीवाल ने कहा कि विशेषज्ञों और जनता के मत के अनुसार सरकार हर सप्ताह अनलॉक प्रक्रिया को जारी रखेगी।” उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामले दोबारा बढ़ने पर अनलॉक की प्रक्रिया को रोकना होगा। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक अपने घरों से न निकलें।