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Hindi News दिल्ली दिल्ली में भाजपा के चुनाव जीतने पर ये 3 नेता हैं मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार, रुझानों में भी चल रहे आगे

दिल्ली में भाजपा के चुनाव जीतने पर ये 3 नेता हैं मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार, रुझानों में भी चल रहे आगे

Delhi Assembly Results: दिल्ली चुनाव के रुझानों में बीजेपी लंबे समय के बाद सरकार में वापसी करती दिख रही है। ऐसे में पार्टी के तीन सीनियर नेताओं के नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे हैं।

दुष्यंत गौतम, प्रवेश वर्मा और विजेंदर गुप्ता की फाइल फोटो- India TV Hindi Image Source : PTI दुष्यंत गौतम, प्रवेश वर्मा और विजेंदर गुप्ता की फाइल फोटो

नई दिल्लीः दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतगणना सुबह आठ बजे से जारी है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। हालांकि ये अभी शुरुआती रुझान हैं। मतगणना जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे रुझान भी बदलते जाएंगे। ताजा रुझानों की मानें तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लग रहा है। 

मुख्यमंत्री बनने की रेस में ये नेता सबसे आगे

दिल्ली में अगर भाजपा विधानसभा चुनाव जीत जाती है तो मुख्यमंत्री बनने की रेस में तीन नेताओं के नाम सबसे आगे हैं। नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे प्रवेश वर्मा लगातार आगे चल रहे हैं। अगर वे चुनाव जीत जाते हैं तो बीजेपी उनके नाम पर भी विचार कर सकती है। प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा भी दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। प्रवेश वर्मा दिल्ली से सांसद भी रह चुके हैं।

दुष्यंत गौतम सीएम पद की दौड़ में सबसे आगे

दिल्ली में अगर बीजेपी चुनाव जीत जाती है तो दुष्यंत कुमार गौतम को बीजेपी मुख्यमंत्री बना सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि वह दलित समाज से आते हैं और पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। बीजेपी आलाकमान भी उन पर भरोसा करता है। वह बीजेपी के नेशनल जरनल सेक्रेटरी भी हैं। दुष्यंत आम तौर शांत स्वभाव के माने जाते हैं। दुष्यंत कुमार गौतम को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी दलित समाज को बड़ा संदेश दे सकती है। दुष्यंत करोल बाग से चुनाव लड़ रहे हैं। 

विजेंदर गुप्ता को भी मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

सीनियर बीजेपी नेता विजेंदर गुप्ता भी मुख्यमंत्री बनने की रेस में आगे हैं। वह दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं और अरविंद केजरीवाल व आम आदमी पार्टी के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोलते रहे हैं। जब बीजेपी में बीजेपी दहाई का आंकड़ा भी पूरा नहीं पाई तो वह केजरीवाल की आंधी में भी अपनी सीट जीतने में कामयाब रहे हैं। रोहिणी से वह आज भी लगातार आगे चल रहे हैं।

बता दें कि 2020 के चुनाव में बीजेपी को सिर्फ आठ सीटें मिली थी जबकि आम आदमी पार्टी 62 सीटों पर दमदार जीत के साथ सरकार बनाई थी। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी को झटका लगता दिख रहा है।