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दिल्ली के सीमापुरी में आग का तांडव, एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत

मृतकों में घर के मुखिया होरीलाल शास्त्री भवन में नौकरी करते थे और इसी साल मार्च में रिटायर हुए थे।। दमकल विभाग के मुताबिक, आग के कारण घर में घर में घुआं होने से चारों की मौत हुई है।

नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले में बड़ा हादसा हुआ है। यहां ओल्ड सीमापुरी इलाके में एक घर में आग लगने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली फायर विभाग से मिली सूचना के अनुसार, उन्हें सुबह 4 बजकर 7 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद तुरंत 4 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग लगने की घटना बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर हुई थी। जिस गली में ये बिल्डिंग है, वहां गलियां संकरी होने की वजह से दमकल विभाग की गाड़ियों को घटना स्थल तक पहुंचने और फिर आग पर काबू पाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मृतकों की पहचनान  होरी लाल, रीना, आशु और राधिका के रूप में हुई है।

इस घटना के बाद अब परिवार का एक ही सदस्य जिंदा बचा है। दरअसल होरीलाल का 22 वर्षीय बेटा अक्षय बाल-बाल बच गया क्योंकि वह दूसरी मंजिल पर सो रहा था। दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि आग लगने के बारे में तड़के करीब चार बजे सूचना मिली और दमकल की चार गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। उन्होंने बताया कि मकान की तीसरी मंजिल पर बने एक कमरे में रखे सामान में आग लग गयी जिसके बाद चार लोगों की मौत हो गयी। ये लोग घटनास्थल पर मृत पाए गए। इस इमारत में भूतल समेत तीन मंजिल हैं और यह करीब 25 वर्ग गज के क्षेत्र में बनी है।

पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) आर सत्यसुंदरम ने बताया, ‘‘हमारा पुलिस दल और दिल्ली दमकल सेवा के कर्मी तुरंत घटनास्थल पहुंचे और आग पर काबू पाया गया। अपराध दल, फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे।’’ पुलिस ने बताया कि आग इमारत की तीसरी मंजिल में लगी और फिर फैल गयी होगी। परिवार के इन सदस्यों की मौत फेफड़ों में धुआं भर जाने के कारण हुई होगी लेकिन केवल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मौत की असली वजह का पता चल पाएगा।

पुलिस ने बताया कि परिवार में बचा एकमात्र सदस्य अक्षय सफियाबाद में मजदूरी करता है। वह काम के बाद देर रात करीब दो बजे घर आया था। वह खाना लेने तीसरी मंजिल पर गया और बाद में दूसरी मंजिल पर आकर सो गया। वह बच गया क्योंकि आग तीसरी मंजिल से फैली नहीं। उन्होंने बताया कि होरीलाल शास्त्री भवन, दिल्ली में सहायक के तौर पर काम करता है और उसे मार्च 2022 में सेवानिवृत्त होना था। उसकी पत्नी नगर निगम में सफाईकर्मी के तौर पर काम करती थी। उसकी बेटी एक सरकारी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ती थी जबकि बेटा बेरोजगार था। डीसीपी ने बताया कि सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए गुरु तेग बहादुर अस्पताल ले जाया गया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 436 (मकान को नष्ट करने के इरादे से आग या विस्फोटक पदार्थ का इस्तेमाल करना) और 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।