CSIR UGC NET 2025 की एग्जाम डेट करीब, जान लें क्या है एग्जाम पैटर्न
CSIR UGC NET 2025 का क्या है एग्जाम पैटर्न? आइए इस खबर के जरिए जानते हैं कि इस सवाल के जवाब को।

अगर आपने CSIR UGC NET 2025 के लिए आवेदन किया है और इसमें शामिल होंगे तो ये खबर आपके लिए बेहद फायदेमंद सिद्ध होगी। सबसे पहले बता दें कि इसके लिए आवेदन प्रक्रिया बंद हो चुकी है। इस परीक्षा के आयोजन में अब बहुत ज्यादा समय शेष नहीं बचा है बता दें कि CSIR UGC NET 2025 परीक्षा का आयोजन अगले माह 18 दिसंबर को किया जाएगा। ऐसे में इसके एग्जाम पैटर्न से आपको अवगत होना बेहद जरूरी है। क्या आप इसके एग्जाम पैटर्न से भिज्ञ हैं। अगर नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं, आज इस खबर के जरिए हम यही जानेंगे।
एग्जाम पैटर्न?
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) 3 घंटे के ऑनलाइन सेशन में परीक्षा लेगी।
- परीक्षा दो शिफ्ट में होगी- पहली शिफ्ट सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक।
- इस परीक्षा को तीन सेक्शन में बांटा गया है: पार्ट A, पार्ट B, और पार्ट सी। इसमें केमिकल साइंसेज, अर्थ साइंसेज, लाइफ साइंसेज, मैथमेटिकल साइंसेज और फिजिकल साइंसेज सहित कई सब्जेक्ट्स में सवाल बांटे गए हैं।
- परीक्षा के लिए कुल 200 मार्क्स हैं।
एग्जाम अथॉरिटी एग्जाम से कुछ दिन पहले शहर की जानकारी स्लिप और एडमिट कार्ड जारी करेगी।
नेगेटिव मार्किंग
CSIR NET का एग्जाम पैटर्न हर सब्जेक्ट में अलग-अलग होता है, जिसमें हर पेपर में नेगेटिव मार्किंग के अलग-अलग नियम होते हैं।
- केमिकल साइंस में, हर गलत जवाब के लिए एक-चौथाई मार्क्स काटे जाते हैं। अर्थ साइंस के लिए, पार्ट A और B में गलत जवाब देने पर कैंडिडेट के 25% मार्क्स कट जाते हैं, जबकि पार्ट C में हर गलत उत्तर पर 33% की पेनल्टी लगती है।
- लाइफ साइंस में, सभी सेक्शन में नेगेटिव मार्किंग एक जैसी होती है, जिसमें हर गलत जवाब के लिए 25% मार्क्स काटे जाते हैं। मैथमेटिकल साइंस के पेपर में पार्ट A और B में 25% नेगेटिव मार्किंग होती है, लेकिन पार्ट C में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती, जिससे कैंडिडेट बिना किसी रिस्क के एनालिटिकल सवाल हल कर सकते हैं।
- आखिर में, फिजिकल साइंस के लिए, जब भी किसी सवाल का जवाब गलत दिया जाता है, तो तीनों सेक्शन-पार्ट A, पार्ट B, और पार्ट C- में 25% मार्क्स काटे जाते हैं।
CSIR UGC NET
CSIR UGC NET एग्जाम जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF), असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और PhD प्रोग्राम में एडमिशन के लिए होता है। CSIR NET साइंस, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के फील्ड में कैंडिडेट चुनने के लिए होता है। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथेमेटिक्स, बायोलॉजी और जियोलॉजी जैसे सब्जेक्ट शामिल होते हैं।