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Hindi News एजुकेशन जर्मनी में कीजिए पढ़ाई और नौकरी, नए समझौते से मिला भारतीय छात्रों को सुनहरा मौका

जर्मनी में कीजिए पढ़ाई और नौकरी, नए समझौते से मिला भारतीय छात्रों को सुनहरा मौका

इस बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ संयुक्त प्रेस संबोधन में कहा कि आवाजाही साझेदारी समझौते से एक-दूसरे देश में पढ़ाई, रिसर्च और काम करने में आसानी होगी।

india Germany Agreement- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO कॉम्प्रिहेंशन माइग्रेशन एंड मॉबिलिटी पार्टनरशिप समझौता

विदेशों में पढ़ने का मौका हर भारतीय चाहता है। खास तौर से जर्मनी जैसे देश में पढ़ने और नौकरी करने को मिल जाए तो उससे बेहतर और क्या ही होगा। आपको बता दें, अगर आप यह सपना देख रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। भारत सरकार ने जर्मनी के साथ जो नया समझौता किया है उससे भारतीय छात्रों की किस्मत खुलने वाली है।

दरअसल, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जर्मनी की विदेशी मंत्री एनालेना बेयरबॉक के कॉम्प्रिहेंशन माइग्रेशन एंड मॉबिलिटी पार्टनरशिप समझौते पर साइन किया है। इस समझौते पर साइन के बाद अब छात्रों को एक-दूसरे के देश में पढ़ाई, रिसर्च और काम करने में आसानी होगी। इसके अलावा इस समझौते से अब अवैध प्रवास पर भी रोक लगाई जा सकेगी।

दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे

इस बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ संयुक्त प्रेस संबोधन में कहा कि आवाजाही साझेदारी समझौते से एक-दूसरे देश में पढ़ाई, रिसर्च और काम करने में आसानी होगी। इसके साथ उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के बीच अधिक समकालीन द्विपक्षीय साझेदारी के आधार को और मजबूत करेगा।

भारतीय छात्रों को होगा ऐसे फायदा

कॉम्प्रिहेंशन माइग्रेशन एंड मॉबिलिटी पार्टनरशिप समझौते से दोनों देशों के बीच छात्रों की आवाजाही ज्यादा होगी। इसके साथ ही इस समझौते से भारत और जर्मनी के लोगों को एक-दूसरे के देशों में आसानी से एंट्री मिल सकेगी। अब भारतीय छात्रों के लिए जर्मनी के कॉलेजों में एडमिशन लेना आसान होगा। काम के सिलसिले में भी आप आसानी से जर्मनी जा सकेंगे। जर्मनी और भारत की ओर से हायर एजुकेशन सिस्टम के अंतरराष्ट्रीयकरण का विस्तार करने से दोनों देशों के इनोवेशन और रिसर्च कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने और वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के लिए दोहरी संरचनाओं को मजबूत करने की कोशिशों में भी तेजी आएगी।

रिसर्च करने वाले छात्रों को होगा ज्यादा फायदा

कॉम्प्रिहेंशन माइग्रेशन एंड मॉबिलिटी पार्टनरशिप समझौते से अब भारतीय छात्रों को जर्मनी में रिसर्च प्रोग्राम में ज्यादा से ज्यादा मौके मिलेंगे। दरअसल, जर्मनी की यूनिवर्सिटी को हायर एजुकेशन सिस्टम, रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है। इस समझौते के जरिए भारतीय स्टूडेंट्स को ज्वाइंट डिग्री और ड्यूअल डिग्री हासिल करने का भी शानदार मौका मिलेगा।

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