A
Hindi News चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव 2019 India TV Exit Poll: आजम खान और जया प्रदा में कांटे की टक्कर, देखें कौन जीतेगा चुनावी जंग?

India TV Exit Poll: आजम खान और जया प्रदा में कांटे की टक्कर, देखें कौन जीतेगा चुनावी जंग?

उत्तर प्रदेश की रामुपर लोकसभा सीट पर महागठबंधन के आजम खान से जया प्रदा लोहा ले रही है। इंडिया टीवी एग्जिट पोल के मुताबिक दोनों के बीच कड़ी टक्कर है।

<p>jaya prada and azam khan</p>- India TV Hindi jaya prada and azam khan

रामपुर: उत्तर प्रदेश की रामुपर लोकसभा सीट पर महागठबंधन के उम्मीदवार आजम खान से बीजेपी की जया प्रदा लोहा ले रही है। इंडिया टीवी एग्जिट पोल के मुताबिक दोनों के बीच कांटे की टक्कर है। यहां जया प्रदा रामपुर में आजम खान को  India TV-CNX के Exit Poll के अनुसार उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से बीजेपी को 50, समाजवादी पार्टी को 14, बसपा को 13 और कांग्रेस को 2 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, एक सीट रालोद के खाते में जा सकती है। 2014 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी को बीजेपी को 73, सपा को 5 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली थी।

गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान आजम खान और जया प्रदा के बीच तनातनी का दौर जारी था। दोनों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई थी। आजम ने जया प्रदा को लेकर आपत्तिजनक बयान दे दिया था जिस पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने समाजावादी पार्टी के नेता को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा था।

बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में नेपाल सिंह ने रामपुर से भारतीय जनता पार्टी का परचम लहराया था। हालांकि उस चुनाव में नेपाल सिंह मजह कुछ हजार वोटों के अंतर से ही जीते थे। उन चुनावों में समाजवादी पार्टी के नसीर अहमद खान को कुल वोट 3,35,181 मिले थे जबकि बहुजन समाज पार्टी के अकबर हुसैन को महज 81,006 वोट ही मिले। भाजपा के नेपाल सिंह ने 3,58,616 वोट हासिल करके रामपुर लोकसभा सीट अपने कब्जे में की थी।

जया प्रदा की बात करें तो वह इस सीट से 2 बार सांसद रह चुकी हैं। 2004 और 2009 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर कांग्रेस की नूर बानो को हराया था। 2014 में जया प्रदा ने अमर सिंह के साथ राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर बिजनौर से लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। आपको बता दें कि हाल के कुछ दिनों में राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह की भाजपा से करीबी बढ़ गई थी। उसी के बाद से कयास लगने लगे थे कि जया भाजपा में शामिल हो सकती हैं।