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Hindi News चुनाव 2024 महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव 2019 शरद पवार पर लगे आरोपों से दुखी होकर इस्तीफा दिया: अजित पवार

शरद पवार पर लगे आरोपों से दुखी होकर इस्तीफा दिया: अजित पवार

राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने शनिवार को कहा कि कथित एमएससी बैंक घोटाले में पार्टी प्रमुख शरद पवार का अकारण नाम लिए जाने से क्षुब्ध होकर उन्होंने 'अंतरआत्मा' की आवाज पर विधायक पद से इस्तीफा दिया। 

Ajit- India TV Hindi Image Source : FILE शरद पवार पर लगे आरोपों से दुखी होकर इस्तीफा दिया: अजित पवार

मुंबई। राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने शनिवार को कहा कि कथित एमएससी बैंक घोटाले में पार्टी प्रमुख शरद पवार का अकारण नाम लिए जाने से क्षुब्ध होकर उन्होंने 'अंतरआत्मा' की आवाज पर विधायक पद से इस्तीफा दिया। शरद पवार के साथ बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन के दौरान भावुक अजित ने परिवार के भीतर कलह की अटकलों को भी खारिज किया।

उन्होंने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक में 25,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के संबंध में खुद पर लगे आरोपों को लेकर भी सवाल किए। अजित ने कहा, "शरद पवार किसी भी तरह से बैंक और उसके लेनदेन से दूर-दूर तक नहीं जुड़े थे। फिर भी कई दिनों से मामले के संबंध में केवल पवार साहब का ही नाम घूम रहा है।"

उन्होंने कहा, "मैं शरद पवार की वजह से उपमुख्यमंत्री के पद तक पहुंचा था। मैं परेशान था क्योंकि मुझे लगा कि मेरी वजह से उन्हें इस उम्र में बदनामी झेलनी पड़ी। मैंने अपने विवेक से काम लेते हुए इस्तीफा देने का फैसला किया। अगर मेरे इस फैसले से राकांपा कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुईं तो मैं उनसे माफी मांगता हूं।"

घोटाले के आरोपों के बारे में अजीत पवार ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के नेता सहकारी बैंक के बोर्ड के सदस्य थे, और ऋण तथा अन्य मामलों को मंजूरी देने को लेकर सभी निर्णय सामूहिक रूप से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि अगर बैंक के पास जमा राशि 11,500-12,000 करोड़ रुपये थी, तो 25 हजार करोड़ रुपये का घोटाला कैसे हो सकता है। राकांपा नेता ने कहा कि बैंक ने 285 करोड़ रुपये के मुनाफे की जानकारी दी थी। मुंबई पुलिस ने बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अजित पवार, शरद पवार और अन्य नेताओं के खिलाफ धनशोधन के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी।