A
Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज क्या आज थमेगा उत्तराखंड का सियासी तूफान? हरीश रावत पर राहुल गांधी के घर हुई बैठक

क्या आज थमेगा उत्तराखंड का सियासी तूफान? हरीश रावत पर राहुल गांधी के घर हुई बैठक

बीते बुधवार को हरीश रावत द्वारा हाथ-पैर बांधे जाने जैसे ट्वीट ने उत्तराखंड में सियासी भूचाल ला दिया। हरीश रावत ने इशारों-इशारों में उत्तराखंड कांग्रेस समेत दिल्ली में बैठे उनके शीर्ष नेतृत्व पर सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद से उत्तराखंड की राजनीति में कयासों का दौर शुरू हो गया।

<p>हरीश रावत पर राहुल...- India TV Hindi Image Source : PTI (FILE PHOTO) हरीश रावत पर राहुल गांधी के घर बैठक जारी

Highlights

  • हरीश रावत के ट्वीट ने ला दिया उत्तराखंड में सियासी भूचाल
  • हरीश रावत पर राहुल गांधी के घर बैठक जारी
  • रावत के अलावा उत्तराखंड कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं बैठक में मौजूद

नई दिल्ली: उत्तराखंड कांग्रेस में मचे घमासान बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लेकर राहुल गांधी के घर बैठक हुई। इस बैठक में हरीश रावत के साथ देवेंद्र यादव मौजूद थे। राहुल के घर बैठक में उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी थे। इनके अलावा राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, यशपाल आर्या, प्रीतम सिंह, काजी निजामुद्दीन भी राहुल गांधी के घर बैठक के लिए पहुंचे थे।

दरअसल, बीते बुधवार को हरीश रावत द्वारा हाथ-पैर बांधे जाने जैसे ट्वीट ने उत्तराखंड में सियासी भूचाल ला दिया। हरीश रावत ने इशारों-इशारों में उत्तराखंड कांग्रेस समेत दिल्ली में बैठे उनके शीर्ष नेतृत्व पर सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद से उत्तराखंड की राजनीति में कयासों का दौर शुरू हो गया। हरीश रावत के ट्वीट ने बीजेपी को बैठे-बिठाए कांग्रेस पर तंज कसने का मौका भी दे दिया। बीजेपी ने भी इस अवसर का लाभ उठाते हुए कांग्रेस और हरीश रावत पर जमकर हमला किया। मामला बढ़ता देख कांग्रेस ने हरीश रावत की नाराजगी दूर करने के लिए उन्हें दिल्ली आने के लिए कहा।

सूत्रों के मुताबिक अगले ही दिन 23 दिसंबर को पार्टी के टॉप लीडर्स ने उनसे फोन पर बात की और आज 24 दिसंबर को राहुल गांधी ने मुलाकात के लिए दिल्ली बुलाया है। हरीश रावत के अलावा उत्तराखंड कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को भी दिल्ली बुलाया गया।

सूत्रों के मुताबिक हरीश रावत आलाकमान से नाराज़ इसलिए हैं क्योंकि बिना उनकी मर्जी जाने चुनाव के लिए टीम बना दी गई। उनके विरोधी प्रीतम रावत को विधायक दल का नेता बना दिया गया। नए प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव से उका तालमेल नहीं बैठ पा रहा है और इसी नाराजगी में उन्होंने तीन ट्वीट कर अपना गुस्सा सार्वजनिक कर दिया। हरीश रावत ने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि उन्हें संगठन का सहयोग नहीं मिल रहा है, दूसरे ट्वीट में लिखा कि अब विश्राम का समय है और तीसरे ट्वीट में लिखा कि बड़ी ऊहापोह की स्थिति है।