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Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज Karnataka Exit Poll 2023 : कर्नाटक में बन सकती है कांग्रेस की सरकार, BJP-JDS को नुकसान!

Karnataka Exit Poll 2023 : कर्नाटक में बन सकती है कांग्रेस की सरकार, BJP-JDS को नुकसान!

कर्नाटक की जनता ने अपना मत दे दिया है और जनता का वोट अब ईवीएम में बंद हो चुका है। इंडिया टीवी आज आपको बताने जा रहा है कि 13 मई को दक्षिण के दुर्ग में किसकी हो सकती है जीत किसे मिल सकती है हार...

karnataka exit poll 2023- India TV Hindi कर्नाटक का एग्जिट पोल

Karnataka Exit Poll 2023 Live: कर्नाटक में वोटिंग का अब खत्म हो चुकी है। शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण इलाकों में जमकर मतदान हुआ है। इससे किसको फायदा.. किसको होगा कितना नुकसान? कर्नाटक में 13 मई को किसकी बनेगी सरकार? दक्षिण के दुर्ग में फिर भगवा लहराएगा या कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी? 13 मई को कर्नाटक की जनता किसे कुर्सी पर बिठाएगी? क्या किंग के पीछे कोई किंगमेकर भी होगा? रिज़ल्ट 13 मई को आएगा. EXIT पोल के रिज़ल्ट में देखें किसकी सरकार बन सकती है और कौन किंगमेकर बन सकता है। 13 मई को  कैसी होगी कर्नाटक की पूरी पिक्चर, इसका सबसे सटीक एग्जिट पोल इंडिया टीवी आपको दिखा रहा है...  

इंडिया टीवी CNX EXIT POLL के नतीजे बताते हैं कि 

कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों पर हुए चुनाव में से

बीजेपी को 80-90 सीटें मिल सकती हैं

कांग्रेस को 110-120 सीटें मिल सकती हैं और कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बना सकती है। 

जेडीएस को 20-24 सीटें मिल सकती हैं।

1-3 सीटें मिलने का अनुमान है। 

162 सीटों के रुझान

70-80 बीजेपी के पाले में

78-88 कांग्रेस के पाले में

जेडीएस के पाले में 1-3

अन्य के खाते में भी 1-3

112 सीटों के रुझान

बीजेपी को 44-50

कांग्रेस को 58-64

जेडीएस को 1-3

अन्य को 1-3

93 सीटों के रुझान

बीजेपी को 29-33 सीटें 
कांग्रेस को 55-61 सीटें
जेडीएस को 1-3 सीटें
अन्य को 1-3 सीटें

कर्नाटक विधानसभा चुनाव -
 

कुल सीट- 224 
बहुमत का आंकड़ा- 113 
रिजल्ट - 13 मई

142 सीटों के EXIT POLL का पहला रुझान 

224 सीटों में से 72 सीटों के रुझान

बीजेपी 21 से 25 सीटें जीत सकती है

कांग्रेस 43 से 49 सीटें जीत सकती है

जेडीएस 1 से 3 सीटें जीत सकती है

अन्य 0-2 सीटें जीत सकती है। 

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 
     रीजन -6  

ग्रेटर बेंगलुरू की 32 सीटों के लिए हुए मतदान में

बीजेपी - 13-15 सीट का अनुमान

कांग्रेस - 16-18 सीट का अनुमान

जेडीएस - 1-2 सीट का अनुमान

अन्य  - 0

मध्य कर्नाटक  की 21 सीटों के लिए मतदान में 

बीजेपी - 7-9 सीट का अनुमान - 9 सीटों का घाटा

कांग्रेस - 11-13 सीट का अनुमान + 8 सीटों का फायदा

जेडीएस - 0-0 0 

अन्य  - 0-2 को +1 सीट की बढ़त 

हैदराबाद कर्नाटक  की 40 सीटों पर हुए मतदान में 

बीजेपी - 8-10 - 6 

कांग्रेस - 27-31 + 8

जेडीएस - 0-2 - 3

अन्य  - 0-2 + 1

ओल्ड मैसूर की 62 सीटों पर हुए मतदान में 

तटीय कर्नाटक  की 19 सीटों पर हुए मतदान में 

बीजेपी - 15-17

कांग्रेस - 2-4

जेडीएस - 0-0

अन्य  - 0-0

बॉम्बे कर्नाटक की 50 सीटों पर हुए मतदान में 

बीजेपी - 26-30 - 2

कांग्रेस - 20-24 + 5

जेडीएस - 0-0 - 2

अन्य  - 0-0 - 1

कर्नाटक की सत्ता की चाबी ओल्ड मैसूर रीजन से होकर जाती है, जो पार्टी इस रीजन में वोटर का दिल जीतेगी वही 13 मई को सरकार बनाएगी।
ओल्ड मैसूर रीजन में 10 जिले आते हैं जहां सबसे ज्यादा 62 सीटें हैं।
इनमें मैसूर,चामराजनगर ..कोडगू ..रामनगरम ..मंड्या..हासन ..कोलार ..चिक्कबल्लापुर 
तुमकूर ..चिकमगलूर प्रमुख हैं।

कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए बॉम्बे कर्नाटक का रीजन भी बेहद महत्वपूर्ण है।

बॉम्बे कर्नाटक में 50 सीटें हैं जो 6 जिलों में फैली हुई हैं और ये जिले हैं- 
बेलगाम....बागलकोट ....बीजापुर ....गडग ...धारवाड़-हुबली और हावेरी 

बॉम्बे कर्नाटक के बाद हैदराबाद कर्नाटक सबसे महत्वपूर्ण है और यहां 40 सीट हैं जो 6 जिलों में फैली हुई हैं। इनमें बेल्लारी...कोप्पल...रायचूर...बीदर, गुलबर्गा-कलबुर्गी और याडगिर हैं।

अब कर्नाटक के एक और बेहद महत्वपूर्ण रीजन ग्रेटर बेंगलुरू के बारे में जान लेते हैं।
यहां 32 सीटे हैं जो बेंगलुरू सिटी को मिलाकर 5 जिलों में फैली हैं। इनमें-
बेंगलुरू शहर ...बेंगलुरू ग्रामीण ..बीबीएमपी नॉर्थ ...बीबीएमपी सेंट्रल ...बीबीएमपी साउथ जिले हैं।

ये 4 बड़े रीजन हैं जो तय करेंगे कि कर्नाटक का किंग कौन बनेगा और जो नेता जीत के दावे कर रहे हैं उनमें कितना दम है। 

अब दो और छोटे रीजन की बात कर लेते हैं. इनमें सीटें जरूर कम हैं लेकिन टाइट फाइट में सरकार बनाने में इनकी भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण होगी. 

मध्य कर्नाटक में 21 सीटों की लड़ाई है जो 3 जिलों में फैली हुई हैं इनमें चित्रदुर्गा, दावणगेरे और शिमोगा हैं।

तटीय कर्नाटक रीजन में 19 सीट हैं जो 3 जिलों में फैली हुई हैं. इनमें दक्षिण कन्नड, उडुपी और उत्तर कन्नड प्रमुख हैं।