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Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज Ye Public Hai Sab Jaanti Hai: Banda Sadar सीट पर दोबारा खिल पाएगा BJP का कमल? देखें Video

Ye Public Hai Sab Jaanti Hai: Banda Sadar सीट पर दोबारा खिल पाएगा BJP का कमल? देखें Video

इस बार बांदा सदर विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी। बांदा सदर सीट पर सभी जाति वर्ग के लोग रहते हैं। बांदा की गिनती पिछड़े इलाकों में होती है।

Highlights

  • कभी यहां कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था
  • बांदा सदर विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी
  • क्षेत्र के अधिकांश लोग खेती कर अपना पेट पालते हैं

नोएडाः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradeh) में चुनावी बिगुल बज चुका है. इसी चुनावी माहौल के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)'  के खास शो 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बांदा सदर विधानसभा क्षेत्र (Banda Sadar Assembly Constituency) में जनता के बीच पहुंची है। इलाके की जनता क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य से खुश दिखाई दी। वहीं एक दुकानदार का कहना था कि विधायक ने अपनी निधी से इलाके में पानी की समस्या को दूर करने के लिए टैंकर मंगवाए। जनता का कहना है कि पहले इलाके में बिजली की काफी समस्या थी। लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद से यहां बिजली की समस्या खत्म हो चुकी है। वहीं कुछ वोटर्स का मानना है कि सरकार मंहगाई को काबू करने में विफल रही है। साथ ही इस सरकार में व्यापारियों का सबसे अधिक हनन हुआ है।

उत्तर प्रदेश की बांदा सदर विधानसभा सीट (Banda Sadar Assembly Constituency) पर कभी कांग्रेस (Congress) का दबदबा हुआ करता था। लेकिन समय के साथ इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर होती चली गई। 2022 के विधानसभा चुनाव में महज कुछ ही दिन शेष बचे हैं। इस बार बांदा सदर विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी। बांदा सदर सीट पर सभी जाति वर्ग के लोग रहते हैं। बांदा की गिनती पिछड़े इलाकों में होती है। क्षेत्र के अधिकांश लोग खेती मजदूरी कर अपना पेट पालते हैं। 

2017 विधानसभा चुनाव परिणाम

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में इस सीट से 21 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे थे। प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) को 1993 के बाद 2017 में पहली बार यहां जीत हासिल हो पाई थी। भाजपा की टिकट पर प्रकाश द्विवेदी ने चुनाव लड़ा। 2017 में प्रचंड मोदी लहर का असर बांदा सदर सीट पर भी देखने को मिला। भाजपा उम्मीदवार ने चुनाव में बसपा के मधुसूदन कुशवाहा को मात देकर जीत हासिल की थी। वहीं 3 बार के कांग्रेस विधायक विवेक सिंह कांग्रेस के गढ़ को बचा पाने में विफल रहे थे।