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Hindi News मनोरंजन टीवी अंकिता भार्गव ने पोस्ट शेयर कर बताया मिसकैरेज का दर्द, लिखा- मैं और करण रोज रात रोते थे

अंकिता भार्गव ने पोस्ट शेयर कर बताया मिसकैरेज का दर्द, लिखा- मैं और करण रोज रात रोते थे

टीवी एक्टर करण पटेल की पत्नी अंकिता भाग्रव ने सोशल मीडिया पर अपने मिसकैरेज के बारे में पोस्ट शेय़र किया है। उन्होंने बताया हम कैसे इससे बाहर आए।

ankita bhargav and karan patel- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM/ANKZBHARGAVA अंकिता भार्गव और करण पटेल

टीवी एक्ट्रेस अंकिता भार्गव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने अपने मिसकैरेज के बारे में बताया हैं। उन्होंने बताया कि शुरूआत में तो हम दोनों अलग-अलग इस दर्द से लड़ रहे थे मगर बाद में हम दोनों ने साथ में इस दर्द से बाहर आने का फैसला लिया। अंकिता ने लिखा- हम हर रात छोटी-छोटी चीजें देखकर रोया करते थे। बेबी शावर के इंविटेशन कार्ड से लेकर डायपर कमर्शियल तक।

अंकिता ने लिखा- मैंने यह नोट कुछ दिनों पहले लिखा था। लेकिन इसे शेयर करने में मुझे काफी साहस करना पड़ा क्योंकि यह बहुत ज्यादा पर्सनल पोस्ट है।  इस आशा के साथ की ताकि यह किसी की जिंदगी में अंतर ला सके। पहले मैं इस बारे में किसी से बात नहीं करना चाहती थी। लेकिन अब 24 से ज्यादा महिलाओं की काउंसलिंग करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मुझे इस बारे में बात करनी चाहिए। 

अंकिता ने लिखा-दो साल पहले आज ही के दिन मेरा मिसकैरेज हुआ था। अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद वह थाइलैंड अपनी मां के साथ एक शूट के लिए जाने वाली थीं। मैं खुश थी और स्वस्थ थी। बिना किसी कारण के मेरा मिसकैरेज हो गया। कुछ भी गलत नहीं हुआ था। मैंने कुछ गलत नहीं किया था। मेरे शरीर और सबसे जरुरी मेरा बच्चा बिल्कुल स्वस्थ था। शायद मेरा पहला बच्चा इस दुनिया में मुझसे मिलने आने के लिए जल्दी में थे। लेकिन मैं अपने बच्चे का चेहर भी नहीं देख पाई। हमने भगवान से उसके लिए बहुत प्रार्थना की थी।

खालीपन को महसूस करते हुए मैं सुबह एक खाली एहसास के उठती और इस वजह से मुझे भगवान से नफरत हो गई। शुरूआत में मुझे और करण को समझ नहीं आया कि इस मुश्किल वक्त और इस दर्द का सामना कैसे करें क्योंकि इसका कोई तरीका नहीं था। हम दोनों के तरीके भी अलग-अलग थे। मैं चाहती थी कि वह मेरे साथ रहे और हम इस दर्द का एक साथ सामना करें लेकिन करण को लगता था कि इससे मेरा दर्द और ज्यादा बढ़ जाएगा। इस वजह से जब-जब हम साथ रहते थे वह सामान्य रहने की कोशिश करता था ताकि मुझे अच्छा महसूस हो।  मगर इससे हम दोनों ही अकेले-अकेले इस दर्द से लड़ रहे थे।

हालांकि, 'एक दिन मैंने करण से कहा कि हम दोनों को एक दूसरे को पकड़े रहना है और हमने ऐसा ही किया। इसके बाद दोनों समय के साथ आगे बढ़ने लगे''. उन्होंने लिखा, ''हम रोज रात को सोने से पहले छोटी से छोटी चीज, जैसे बेबी शॉवर का इंविटेशन, टीवी पर रोता हुआ बच्चा या फिर बेबी की एड देख कर रोने लगते थे'। अंकिता को बाद में अपने दोस्तों और परिवार में उन महिलाओं को देखकर हिम्मत मिली, जो इस दर्द से गुजर चुकी थीं. उन्होंने लिखा, ''इस फैक्ट ने मेरा दर्द तो कम नहीं किया लेकिन इससे मैं यह समझ गई कि इसमें मैं अकेले नहीं हूं. मैं भी इस दर्द से बाहर आ जाऊंगी'।

अंकिता ने आखिरी में लिखा- ''रोएं... तेज आवाज में रोएं या फिर चुपचाप रोएं। अपने पार्टनर के साथ रोएं या फिर कभी अकेले बाथरूम में रोएं। गाड़ी चलाते हुए रोएं या फिर खाना बनाते हुए... बस रोएं क्योंकि इससे आपको बेहतर महसूस होता है।

आपको बता दें करण और अंकिता बीते ,साल दिसंबर में माता-पिता बने हैं। उनके घर एक नन्ही परी ने जन्म लिया है। करण और अंकिता अक्सर अपने बेटी के साथ तस्वीरें शेयर करते रहते हैं।