Explainer: अनंत सिंह की गिरफ्तारी समेत दुलारचंद हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ? जानें मोकामा की "अनंत" कथा
बिहार की मोकामा सीट अब वर्चस्व की जंग बनती जा रही है। यहां दुलारचंद यादव की हत्या के बाद अब अनंत सिंह की गिरफ्तारी भी हो गई है। ऐसे में इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए सभी दल पूरी जान झोंक चुके हैं। आइये जानते हैं दुलारचंद हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ है।

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच अब चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद सबकी निगाहें बाहुबली अनंत सिंह की तरफ थीं। अनंत सिंह मोकामा सीट से जदयू के प्रत्याशी भी हैं, जो इस बार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं दुलारचंद जन सुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में प्रचार कर रहे थे। दुलारचंद की हत्या के बाद अनंत सिंह पर इसका आरोप लगा, जिसके बाद रविवार सुबह को अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है। लेकिन आइये यह जान लेते हैं कि इस पूरे कांड में अब तक क्या-क्या हुआ है-
दुलारचंद की हत्या-
मोकामा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान 30 अक्टूबर गुरुवार की शाम जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना घोसवरी इलाके में उस वक्त हुई, जब जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी और JDU के उम्मीदवार अनंत सिंह के काफिले आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद के बाद फायरिंग हुई, जिसमें दुलारचंद को गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
अनंत सिंह पर हत्या का आरोप-
दुलारचंद यादव की मौत के बाद उनके पोते के बयान पर पुलिस ने अनंत सिंह, उनके दो भतीजों रणवीर और कर्मवीर समेत 5 लोगों पर हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज की। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि अनंत सिंह के लोगों ने पहले गोली मारी और फिर गाड़ी चढ़ाकर दुलारचंद की हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक दुलारचंद पिछले कुछ दिनों से अनंत सिंह के खिलाफ लगातार बोल रहे थे।
सूरजभान की पत्नी के काफिले पर हमला-
दुलारचंद की हत्या के अगले ही दिन मोकामा में एक बार फिर दो गुटों के बीच हमला और फायरिंग हुई। आरजेडी के कार्यकर्ता और सूरजभान सिंह के समर्थकों ने अनंत सिंह पर आरोप लगाया कि उनके लोगों ने काफिले पर अटैक किया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि RJD उम्मीदवार सूरजभान की पत्नी पर हमला किया गया। सूरजभान की पत्नी के काफिले पर दूसरे पक्ष के लोगों ने ईंट-पत्थर चलाए।
दुलारचंद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट-
दुलारचंद की हत्या के बाद पोस्टमार्टम के लिए टीम का गठन किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार गोली दुलारचंद के पैर में लगी थी, लेकिन गोली पैर में फंसी नहीं थी, गोली आर-पार हो चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत गोली लगने से नहीं हुई। दुलार चंद के हाथ, सीना, कन्धे के बोन में कई जगह फ्रैक्चर मिला, जिससे उनकी मौत की आशंका जताई गई।
चुनाव आयोग ने लिया एक्शन-
मोकामा में हुई इस पूरी घटना पर चुनाव आयोग ने बिहार के DGP से रिपोर्ट तलब की। DGP को जल्द से जल्द चुनाव अधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया। चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना के ग्रामीण एसपी समेत 4 अधिकारियों का तबादला कर दिया, जबकि बाढ़ के SDPO को स्स्पेंड करने का निर्देश दिया।
तेजस्वी ने लगाए आरोप-
दुलारचंद की हत्या के बाद शनिवार को तेजस्वी ने सरकार पर आरोप लगाए। तेजस्वी ने कहा, "चुनाव आयोग कहां है? क्या चुनाव आयोग मर गया है? क्या चुनाव आयोग का कानून सिर्फ विपक्ष के लोगों के लिए है? सत्ता में बैठे लोगों के लिए नहीं? कोई कानून नहीं है, अपराधी बेलगाम हैं और सत्ता में बैठे लोग उन्हें संरक्षण दे रहे हैं।"
अनंत सिंह गिरफ्तार-
शनिवार-रविवार की रात पुलिस ने मोकामा के जदयू प्रत्याशी और बाहुबली अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें लेकर पटना आई। पटना के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा, "घटना को बहुत गंभीरता से लिया गया है। हम पिछले 48 घंटों से दिन-रात कैंप कर रहे हैं। स्थिति अब बिल्कुल सामान्य है। कल 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और आज मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।"
बिहार में चुनाव प्रचार तेज
बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। एक तरफ जहां महागठबंधन के नेता सत्ता में आने के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ एनडीए के तमाम नेता दोबारा सत्ता में वापसी को लेकर मेहनत में जुटे हुए हैं। फिलहाल बिहार में दो चरणों में विधानसभा का चुनाव होना है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को तो दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है। वहीं दोनों चरणों के मतदान की मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। 14 नवंबर को ही यह तय हो जाएगा कि बिहार में अगली सरकार किसकी होगी।
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