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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: क्या द टेलीग्राफ ने पाकिस्तानी एयरफोर्स को बताया निर्विवाद राजा, फर्जी है वायरल पोस्ट

Fact Check: क्या द टेलीग्राफ ने पाकिस्तानी एयरफोर्स को बताया निर्विवाद राजा, फर्जी है वायरल पोस्ट

भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को सीजफायर हो गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक अखबार की क्लिपिंग शेयर की जाने लगी, जिसमें ये दावा किया गया था कि पाकिस्तानी एयरफोर्स आसमान का निर्विवाद राजा है। लेकिन जब इसका फैक्ट चेक किया गया तो यह दावा पूरी तरह से फर्जी निकला।

Fact Check Did The Telegraph call Pakistan Air Force the undisputed king Viral post is fake- India TV Hindi Image Source : PIB फैक्ट चेक

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके में छिपे आतंकवादी ठिकानों पर हमला करके 100 से अधिक आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जब भारत पर हमला करना शुरू किया तो भारत के एयर डिफेंस ने सभी पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन्स के मार गिराया। इस ऑपरेशन को नाम मिला ऑपरेशन सिंदूर। इसके बाद जब पाकिस्तान भारत की मार झेल नहीं सका तो वह सीजफायर का प्रस्ताव लेकर भारत के पास आया, जिसे भारतीय सेना ने और सरकार ने सहमति दे दी। इसके बाद से पाकिस्तानी मीडिया द्वारा फेक न्यूज लगातार फैलाया जा रहा है। इस बीच एक सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल होने लगी, जिसमें यह दावा किया कि "पाकिस्तान वायु सेना: आसमान का निर्विवाद राजा।" लेकिन इस दावे की जब हमने पड़ताल की तो हमने पाया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है।

क्या है दावा

दरअसल सीजफायर के बाद से ही अखबार की एक कटिंग को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर जो अखबार की कटिंग शेयर की जा रही है, वह यूके स्थित समाचार पत्र द टेलीग्राफ के पहले पन्ने जैसा दिख रहा है। इसमें फ्रंट पेज पर एक फाइटर जेट की तस्वीर दिखाई गई है और इसका शीर्षक है, "पाकिस्तान वायु सेना: आसमान का निर्विवाद राजा।" 10 मई 2025 यानी जिस दिन सीजफायर हुआ, उसी दिन इस अखबार को प्रकाशित करने का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने 15 मई 2025 को सीनेट में इस फर्जी दावे का हवाला देते हुए बयान दिया, जिसके बाद से इस मामले ने और भी ज्यादा तूल पकड़ लिया। लेकिन जब हमने इस दावे की पड़ताल की तो हमने पाया कि यह पूरी तरह से फर्जी है।

फैक्ट चेक में ये जानकारी आई सामने

सोशल मीडिया पर अखबरा की क्लिपिंग जो वायरल हो रही है उसे लेकर प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो यानी पीआईबी ने फैक्ट चेक किया। पीआईबी के फैक्ट चेक में यह जानकारी सामने आई कि यह वायरल क्लिपिंग पूरी तरह से मनगढंत तस्वीर और शीर्षक साथ शेयर किया जा रहा है, जो पाकिस्तान का समर्थन करना है। पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि अखबार की क्लिपिंग शेयर करके जो दावा किया जा रहा है, वह पूरी तरह से फर्जी है और प्रसारित की जा रही तस्वीर एआई द्वारा जनरेट की गई है। 10 मई 2025 को द टेलीग्राफ द्वारा ऐसा कोई लेख प्रकाशित ही नहीं किया गया था।