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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: नेपाल जैसा प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर हुआ लाठीचार्ज? जानें क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई

Fact Check: नेपाल जैसा प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर हुआ लाठीचार्ज? जानें क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई

​सोशल मीडिया पर सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे नेपाल जैसे हालिया प्रदर्शन से जोड़ा जा रहा है। फैक्ट चेक में सामने आया कि यह वीडियो नया नहीं बल्कि 3 जुलाई 2021 का है, जब प्रयागराज में जिला पंचायत चुनाव के दौरान हंगामा हुआ था।

Samajwadi Party lathicharge video, Prayagraj 2021 protest- India TV Hindi Image Source : PTI FACT CHECK फैक्ट चेक।

Fact Check: सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज करती दिख रही है। कुछ यूजर्स इसे हाल की घटना बताकर दावा कर रहे हैं कि यह नेपाल की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में सपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन पर पुलिस कार्रवाई का फुटेज है।

फैक्ट चेक की जांच में यह दावा झूठा निकला है। पड़ताल से पता चला कि यह वीडियो 3 जुलाई 2021 का है, जब प्रयागराज जिला पंचायत कार्यालय में अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान धांधली के आरोप में प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।

दावा:

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 14 सितंबर 2025 को एक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'लाल टोपी चले थे नेपाल बनाने,..क्या हश्र हुआ खुद देख लीजिए।' पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और नीचे स्क्रीनशॉट देखें।

Image Source : PTI Fact Checkफैक्ट चेक।

वहीं, एक अन्य यूजर ने समान दावे के साथ वायरल वीडियो को फेसबुक पर शेयर किया है। पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और नीचे स्क्रीनशॉट देखें।

Image Source : PTI Fact Checkफैक्ट चेक।

पड़ताल:

वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च के जरिए खंगाला गया। जांच में यह पूरा वीडियो समाजवादी पार्टी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मिला, जिसे 3 जुलाई 2021 को पोस्ट किया गया था। वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था, 'प्रयागराज में मुख्यमंत्री के आदेश पर सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस का बर्बर लाठीचार्ज घोर निंदनीय! सत्ता के दमन से मिली जीत का खोखला जश्न ज्यादा दिन तक न चल पाएगा। प्रदेश का युवा, किसान, महिलाएं और बेटियां 2022 में सपा सरकार बनाएंगे।' पोस्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट नीचे देखें।

Image Source : PTI Fact Checkफैक्ट चेक।

समाजवादी पार्टी की फेसबुक पोस्ट की जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि तीन साल पुराना है।

समाजवादी पार्टी के फेसबुक पेज से मिले क्लू के आधार पर, जब वायरल वीडियो को संबंधित कीवर्ड से खोजा गया तो नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर 3 जुलाई 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें इस वीडियो का कुछ हिस्सा मौजूद था। पोस्ट का लिंक और नीचे स्क्रीनशॉट देखें।

Image Source : PTI Fact Checkफैक्ट चेक।

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक,प्रयागराज जिला पंचायत कार्यालय में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मतदान जारी था। इसी दौरान समाजवादी पार्टी ने BJP पर डिवाइस के जरिए फर्जी वोटिंग कराने का आरोप लगाया। हंगामे के बीच पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।

पड़ताल में सामने आया कि यह वीडियो 3 जुलाई 2021 का है। उस समय प्रयागराज जिला पंचायत कार्यालय में अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान धांधली के आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।

दावा: नेपाल की तर्ज पर भारत में लाल टोपी में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा।

तथ्य: PTI फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ।

निष्कर्ष: पड़ताल में सामने आया कि यह वीडियो 3 जुलाई 2021 का है। उस समय प्रयागराज जिला पंचायत कार्यालय में अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान धांधली के आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। (PTI फैक्ट चेक)