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Hindi News भारत राष्ट्रीय वायरल सच: राम रहीम ने रोका भारत-चीन युद्ध? जानें बाबा के ‘सुपर पावर’ का सच

वायरल सच: राम रहीम ने रोका भारत-चीन युद्ध? जानें बाबा के ‘सुपर पावर’ का सच

डेरा प्रेमियों में कई प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। डेरा प्रेमियों के अनुसार भारत व चीन के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था व जंग लगने का खतरा बना हुआ था। अगर जंग होती है तो भारत को भारी नुकसान झेलना पड़ता इसलिए गुरु जी ने इसका सारा बोझ अपने पर ले लिय

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नई दिल्ली: आज का वायरल एक हैरतअंगेज मैसेज है और ये मैसेज मैसेंजर ऑफ गॉड होने का दावा करने वाले गुरमीत राम रहीम के बारे में है। एक अखबार में छपी खबर को सोशल मीडिया में फैलाया जा रहा है। इस पर लिखा है बलात्कारी राम रहीम देश के लिए जेल गया। डेरा सच्चा सच्चा सौदा के समर्थकों के बीच ये बात फैलाई जा रही है राम रहीम बलात्कारी नहीं है बल्कि एक देशभक्त है जिसने देश पर आने वाले खतरे को अपने ऊपर ले लिया.. खुद जेल चला गया और देश को बचा लिया।

भारत चीन युद्ध टालने को लेकर राम रहीम के भक्त ये मैसेज कर रहे हैं वायरल-

‘देश के लिए जेल गए गुरु जी’

डेरा प्रेमियों में कई प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। डेरा प्रेमियों के अनुसार भारत व चीन के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था व जंग लगने का खतरा बना हुआ था। अगर जंग होती है तो भारत को भारी नुकसान झेलना पड़ता इसलिए गुरु जी ने इसका सारा बोझ अपने पर ले लिया और वह देश के लिए जेल चले गए। उनका कहना है कि 25 अगस्त को जैसे ही अदालत ने उनके गुरू को दोषी करार देकर जेल भेजा, उसके 2 घंटों के बाद ही भारत व चीन के बीच समझौता हो गया व जंग का डर समाप्त हो गया।

इस मैसेज के मुताबिक डोकलाम विवाद की वजह से चीन और भारत में युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी। अगर युद्ध होता तो भारत को नुकसान झेलना पड़ता इसलिए बलात्कारी बाबा ने देश को बचाने के लिए खुद पर सारी मुसीबतें ले ली। राम रहीम ने चीन के साथ युद्ध को टालने के लिए जेल जाने का फैसला लिया।

क्या वाकई बलात्कारी राम रहीम देश के लिए जेल गया?

सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन से एक बात तो साफ है कि वायरल मैसेज को देखकर सब बाबा का मजाक उड़ा रहे हैं। किसी को इन दावों पर यकीन नहीं है। दरअसल ये मैसेज व्हाट्सऐप पर एक जोक की तरह ही फैलाया जा रहा है। लेकिन ये सिर्फ एक मजाक नहीं है.. ये किसी शातिर दिमाग का कारनामा है। ये मैसेज आम लोगों के लिए नहीं है। इसे डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों को झांसा देने के लिए अखबार में छपवाया गया है।

ये वायरल मैसेज महज एक अफवाह है और इसमें किसी तहकीकात की जरूरत नहीं है। वायरल मैसेज के मुताबिक राम रहीम को सजा मिलने के दो तीन घंटे में डोकलाम विवाद खत्म हो गया। जबकि हकीकत ये है कि बाबा को 25 अगस्त को सजा मिली। इसके तीन दिन बाद  28 अगस्त को डोकलाम विवाद खत्म हुआ इसलिए वायरल मैसेज एक सफेद झूठ है।

इस तरह के मैसेजेज को सोशल मीडिया में क्यों फैलाया जा रहा है और इसका क्या मकसद है इसलिए हमारे चैनल इंडिया टीवी की तहकीकात जारी रही। जब हमने इसकी छानबीन शुरू की तो पता चला कि डेरे के लोग इस मैसेज के जरिए ये बताना चाहते हैं कि भले ही राम रहीम बलात्कार के जुर्म में जेल में है लेकिन उसके भक्तों श्रद्धा बनी हुई है...आज भी उसके समर्थक उसे मैसेंजर ऑफ गॉड मानते हैं।

वायरल मैसेज को किस अखबार ने छापने की अकलमंदी की?

राम रहीम के ठिकाने को कैमरे में कैद किया तो हमें यहां एक अखबार का दफ्तर भी मिला। राम रहीम अपने समर्थकों के लिए एक अखबार भी निकालता है। इसी अखबार के जरिए राम रहीम अपने समर्थकों के बीच प्रोपागंडा करता था और खुद को कभी 32 खेलों का खिलाड़ी बताता था तो कभी मैसेंजर ऑफ गॉड साबित करता था। जब से बाबा जेल गया है तब से इसी अखबार के जरिए डेरा प्रबंधक अफवाहें उड़ाते हैं.. जिसका मकसद सिर्फ एक है कि राम रहीम बलात्कारी नहीं संत है।

देखिए वीडियो-

हमारी तहकीकात में ये पता चला कि जेल जाने के बाद से डेरे का अखबार सच कहूं लगातार ये साबित करने में लगा है कि राम रहीम के साथ अन्याय हुआ है और उनके साथ साजिश हुई है। वायरल मैसेज उन्हीं अफवाहों का एक हिस्सा है और डेरा समर्थकों को झांसा देने की एक साजिश है। ऐसी अफवाहों से सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे ढोंगी बाबाओं से बचने की जरूरत है जो झूठ की बुनियाद पर आस्था का साम्राज्य बनाना चाहते हैं।

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