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Hindi News भारत राष्ट्रीय इस एंटी टैंक मिसाइल का किया गया सफल परीक्षण, जानिए क्यों कहा जाता है 'टैंकों का काल'

इस एंटी टैंक मिसाइल का किया गया सफल परीक्षण, जानिए क्यों कहा जाता है 'टैंकों का काल'

भारतीय सेना ने गुरुवार को स्पाइक गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल का मध्य प्रदेश के महू में सफल परीक्षण किया। भारतीय सेना को ये मिसाइल हाल ही में मिली है।

Anti Tank Missile- India TV Hindi Image Source : TWITTER स्पाइक गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल का सफल परीक्षण, टैंकों का बनेगी काल

नई दिल्ली। भारतीय सेना ने गुरुवार को स्पाइक गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल का मध्य प्रदेश के महू में सफल परीक्षण किया। भारतीय सेना को ये मिसाइल हाल ही में मिली है। इन्हे जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर तैनात किया गया है। स्पाइक एटीजीएमएस मिसाइलों को “दागो और भूल जाओ” मिसाइल के नाम से भी जाना जाता है। ये पूरी तरह पोर्टेबल हैं और शक्तिशाली इतनी हैं कि टैंक को नष्ट कर सकती हैं और चार किलोमीटर के दायरे में बंकर को तबाह कर सकती हैं।

सेना ने नियंत्रण रेखा पर इजराइल में बनी ‘स्पाइक’ मिसाइलों को तैनात किया

भारतीय सेना ने इजराइल में बनी टैंक रोधी मिसाइल (एटीजीएमएस) ‘स्पाइक’ को जम्मू-कश्मीर में उत्तरी कमान के युद्ध क्षेत्र में नियंत्रण रेखा पर तैनात किया है। इससे पाकिस्तान के साथ लगी देश की सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। 

सेना के सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इन टैंक रोधी गाइडेड मिसाइलों और इसके लांचर को उत्तरी युद्ध क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के साथ 16-17 अक्टूबर से शामिल किया गया और इस समय इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। इजराइल ने सेना को 'आपातकालीन खरीद' तंत्र के तहत 280 करोड़ रुपये के सौदे में कुल 210 मिसाइलों और 12 लॉन्चरों की आपूर्ति की थी।

यह बहुप्रतीक्षित सौदा भारतीय वायुसेना के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हवाई हमलों के बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाने के बाद हुआ था। “दागो और भूल जाओ” एटीजीएमएस की मारक क्षमता चार किलोमीटर तक है और इनका इस्तेमाल नियंत्रण रेखा के करीब बंकरों, शेल्टरों, घुसपैठ के अड्डों और आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट करने के लिए किया जा सकता है। (भाषा)

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