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Hindi News भारत राष्ट्रीय Exclusive: कोरोना की आड़ में फर्जीवाड़ा, भिवंडी में मिले यूज्ड मास्क, मानेसर, श्रीनगर में नकली सैनिटाइजर

Exclusive: कोरोना की आड़ में फर्जीवाड़ा, भिवंडी में मिले यूज्ड मास्क, मानेसर, श्रीनगर में नकली सैनिटाइजर

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के खौफ है वहीं कुछ लोग इस वायरस के खौफ को पैसा बनाने के मौके के तौर पर देख रहे हैं। कुछ लालची लोग यूज्ड मास्क को फिर से पैक करके बेचने की कोशिश कर रहे हैं जबकि कुछ लोग नकली सेनेटाइजर बना कर बेच रहे हैं।

Exclusive: Coronavirus fallout: Recycled masks seized in Bhiwandi, fake sanitizers found in Manesar,- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Exclusive: Coronavirus fallout: Recycled masks seized in Bhiwandi, fake sanitizers found in Manesar, Srinagar

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के खौफ है वहीं कुछ लोग इस वायरस के खौफ को पैसा बनाने के मौके के तौर पर देख रहे हैं। देश में मास्क और सैनिटाइजर की कमी है। लिहाजा सैनिटाइजर और मास्क की काला्बाजारी हो रही है। वहीं कुछ लालची लोग यूज्ड मास्क को फिर से पैक करके बेचने की कोशिश कर रहे हैं जबकि कुछ लोग नकली सेनेटाइजर बना कर बेच रहे हैं। इंडिया टीवी को वॉट्स ऐप पर एक वीडियो मिला जिसमें एक गोदाम में यूज्ड मास्क को धोने के लिए रखा गया था। दावा ये किया गया था कि ये वीडियो भिवंडी का है। इंडिया टीवी के संवाददाताओं ने जांच में वीडियो को सही पाया। एक गोदाम में इस्तेमाल किये गए मास्क को स्टोर करके रखा गया था और फिर फिर वॉशिंग पाउडर से धोकर दोबारा इन्हें मार्केट में बेचने की तैयारी हो रही थी। 

एक लाख से ज्यादा यूज्ड मास्क कूड़े के ढेर पर फेंककर फरार
चूंकि ये वीडियो सोशल मीडिया पर आ चुका था और इसकी भनक यूज्ड मास्क का फर्जीवाड़ा करने वालों को लग गई। इसलिए आरोपी रात के अंधेरे में एक लाख से ज्यादा मास्क कूड़े के ढेर पर फेंक कर फरार हो गए। लेकिन इलाके के कुछ लोगों की नजर इन लोगों पर पड़ गई और उन्होंने तुरंत इसकी खबर पुलिस और हेल्थ डिपार्टमेंट को दी गई। मौके पर पहुंची मेडिकल टीम ने इन्हें स्टेरलाइज करना शुरू कर दिया ताकि पूरे इलाके में किसी तरह का कोई इनफेक्शन नहीं फैले।

मानेसर में नकली सैनिटाइजर की 5000 बोतलें बरामद
सिर्फ भिवंडी ही नहीं बल्कि देश के अन्य हिस्से में भी ऐसा फर्जीवाड़ा चल रहा है। गुरुग्राम के पास मानेसर से भी इसी तरह की तस्वीरें आई हैं। यहां अवैध तरीके से सैनिटाइजर बनाया जा रहा था। गाडियों के लिए लुब्रीकेंट बनाने वाली हाईटेक नाम की कंपनी में सैनिटाइजर तैयार किया जा रहा था और इसका नाम वीरो रब रखा गया था। चौंकाने वाली बात ये है कि सैनिटाइजर बनाने की न तो मशीनें थी न कोई फॉर्मूला। यहां बाल्टियों में भरे नीले रंग के कैमिकल को सैनिटाइजर के नाम पर बोतलों में भरा जा रहा था। चूंकि सैनिटाइजर भी ड्रग की कैटेगरी में आता है, इसलिए इसे बनाने के लिए नियम और मानक तय हैं, लेकिन इस फैक्ट्री के जो वीडियो सामने आए उसमें किसी नियम का पालन नहीं हुआ। हरियाणा के ड्रग डिपार्टमेंट ने जब यहां छापेमारी की तो सैनिटाइजर की कम से कम 5000 बोतलें बरामद की गई। 

श्रीनगर के कई इलाकों में छापे, नकली सैनिटाइजर जब्त
श्रीनगर से भी नकली सैनिटाइजर बनाने की तस्वीरें सामने आई हैं। श्रीनगर में प्रशासन ने कई इलाकों में छापे मारे और कोरोना वायरस से निपटने के नाम पर बनाए जा रहे नकली सैनिटाइजर्स को कब्जे में लिया। श्रीनगर के ड्रग डिपार्टमेंट को यह खबर मिली थी कि कुछ लोग कोरोना वायरस के खौफ की आड़ में फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं और  ये लोग नकली सैनिटाइजर्स बना रहे हैं। श्रीनगर के HMT इलाके में नकली सैनिटाइजर बनाने की सूचना मिली और यहां के बाद गांदरबल के नागाबल में भी छापे मारे गए। मकईबाग और नागाबल में किराए पर मकान लेकर थिनर, ग्लिसरीन, पानी और लेमन फ्लेवर को मिलाकर सैनिटाइजर बनाया जा रहा था। जांच करनेवाली टीम ने 80 लीटर का मैटिरियल जब्त किया है। 

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