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Hindi News भारत राष्ट्रीय किसानों का आज दिल्ली मार्च, पुलिस ने उत्तर प्रदेश सीमा पर रोका; एनएच 9 पर भारी जाम

किसानों का आज दिल्ली मार्च, पुलिस ने उत्तर प्रदेश सीमा पर रोका; एनएच 9 पर भारी जाम

अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए हजारों की संख्या में किसानों को पुलिस ने उत्तर प्रदेश सीमा पर रोक दिया है, जिससे दिल्ली-उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय राजमार्ग 9 (24) पर भारी जाम लग गया है।

किसानों का आज दिल्ली मार्च, आंदोलन के मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम- India TV Hindi किसानों का आज दिल्ली मार्च, आंदोलन के मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम

नई दिल्ली: अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए हजारों की संख्या में किसानों को पुलिस ने उत्तर प्रदेश सीमा पर रोक दिया है, जिससे दिल्ली-उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय राजमार्ग 9 (24) पर भारी जाम लग गया है। दो घंटे से लगे जाम के कारण लोगों को गाजियाबाद से दिल्ली आने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात है। एनएच-9 पर दिल्ली की तरफ आने वाले ट्रैफिक को बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से लोग वहां फंस गए हैं। किसान दिल्ली में प्रवेश करना चाह रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें ऐसा करने से रोक रही है।

बीते दस दिनों से आंदोलन कर रहे उत्तर प्रदेश के किसान तय कर चुके थे कि प्रशासन इजाज़त दे या ना दे वो हर हाल में दिल्ली पहुंचकर ही दम लेंगे।​ किसानों का ये काफिला 11 सितंबर को सहारनपुर से निकला था। भारतीय किसान संगठन से जुड़े ये किसान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गांवों से आए हैं। शुक्रवार को नोएडा पहुंचकर इन किसानों ने धरना दिया जिसके बाद नोएडा और दिल्ली से सरकारी अफसरों के साथ इनकी बातचीत हुई लेकिन बातचीत बेनतीजा रही।

भारतीय किसान संगठन के नेता ठाकुर पूरन सिंह ने कहा, “यह 20 दिन का समय दे रहे हैं। हमने कहा भई किसान आ रहा 11 दिन से। इन 11 दिन के बीच में आप किसान से कोई भी बात कर लेते और हम दिल्ली की तरफ आते और आप हमारे समर्थन में मांगों का समाधान करा देते लेकिन आज जब हम दिल्ली बॉर्डर पर हैं, यहां से मात्र 22 किलोमीटर दिल्ली जाना है, अब आप हमें यहां बैठकर कह रहे हैं कि अब 21 दिन का टाइम दो।“

किसानों को यक़ीन है कि दिल्ली में उनके प्रदर्शन का नतीजा सामने आयेगा, उनकी मांग सुनी जाएगी। भारतीय किसान संगठन किसानों को सस्ती बिजली की मांग कर रहे हैं। वो चाहते हैं कि गन्ने का भुगतान ब्याज के साथ किया जाए। उन्होंने गोवंश की देखभाल के लिये भत्ता बढाने की भी मांग की है। 

इनके अलावा पेंशन दिये जाने, दुर्घटना बीमा और कर्ज़ माफ किये जाने की भी मांग कर रहे हैं। इसके साथ हीं वे स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की भी मांग कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने आए हैं। सरकार अगर उन्हें दिल्ली जाने से रोकेगी तो उन्हें जहां भी रोका जाएगा वे वहीं पर भूख हड़ताल शुरू कर देंगे। किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

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