अपनी जनसंख्या बढ़ाने के लिए टोटो जनजाति के लोगों ने कड़े कायदे-कानून तो बना दिए। लेकिन इससे अब हालात बदलने की जगह बिगड़ने के अंदेशे बढ़ गए हैं। असल में इनकी खुशियों में थैलिसीमिया नाम की खतरनाक बीमारी का दीमक लग गया है। और ज्यादा डराने वाली बात ये है कि इन्हें इस बीमारी के बारे में कुछ पता नहीं है।
इसका खुलासा कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र कैंसर रिसर्च सेंटर ने किया है। सेंटर ने टोटो जनजाति के लोगों के खून के नमूने लिए। इन नमूनों का जब नतीजा आया तो जानकारों के पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई। जांच में पता चला कि टोटो जनजाति के 56 फीसदी लोग थैलीसीमिया के शिकार हैं।
चूंकि इस जनजाति के लोगों ने अपनों में ही शादी के रिवाज बनाए हैं इसलिए इस बीमारी का खतरा और बढ़ जाता है।
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