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Hindi News भारत राष्ट्रीय स्वतंत्रता दिवस पर गोवा के द्वीप पर नौसेना के तिरंगा फहराने का विरोध, CM ने कहा हर सूरत में होगा ध्वजारोहण

स्वतंत्रता दिवस पर गोवा के द्वीप पर नौसेना के तिरंगा फहराने का विरोध, CM ने कहा हर सूरत में होगा ध्वजारोहण

उस जमीन के मालिक एंथनी रोड्रिग्ज ने कहा कि कार्यक्रम के लिए वह पहले ही नौसेना को अपनी स्वीकृति दे चुके हैं लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम को लेकर आपत्ति जताई है।

Goa island locals oppose Navy's flag hoisting on Independence Day- India TV Hindi Image Source : TWITTER 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय नौसेना देश भर के द्वीपों पर तिरंगा फहराने जा रही है।

पणजी: 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय नौसेना देश भर के द्वीपों पर तिरंगा फहराने जा रही है। वहीं, गोवा के साओ जैसिंटो द्वीप पर रहने वाले लोग नौसेना के इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं। स्‍थानीय निवासियों के विरोध को देखते हुए नौसेना पीछे हट गई है। राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने नौसेना अधिकारियों से तिरंगा फहराने के कार्यक्रम को जारी रखने का अनुरोध किया है और द्वीपवासियों को चेतावनी दी कि भारत विरोधी गतिविधियों से सख्ती से निपटा जाएगा। वहीं, साओ जैसिंटो के निवासियों ने यह स्पष्ट किया है कि उन्होंने झंडा फहराने का विरोध नहीं किया है, लेकिन उन्हें डर है कि रविवार को प्रस्तावित नौसेना का कार्यक्रम इस द्वीप को प्रमुख बंदरगाह प्राधिकरण अधिनियम, 2020 के तहत भविष्य में अपने अधिकार में लेने का केंद्र सरकार का प्रयास हो सकता है। सावंत ने कहा कि द्वीप पर हर सूरत में झंडा फहराया जाएगा और उन्होंने कार्यक्रम के लिए नौसेना को हर संभव मदद का भरोसा दिया। 

अधिकारियों ने बताया कि आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत रक्षा मंत्रालय ने 13 से 15 अगस्त के बीच देश भर के द्वीपों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की योजना बनाई है। गोवा में दाबोलिम के पास नौसेना के आईएनएस हंस बेस के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा था कि गोवा नौसेना क्षेत्र की एक टीम ने इस अखिल भारतीय पहल के तहत साओ जैसिंटो द्वीप सहित गोवा के द्वीपों का दौरा किया। उन्होंने कहा, ‘‘जैसिंटो द्वीप पर योजना को रद्द करना पड़ा क्योंकि निवासियों ने इसका विरोध किया था।’’ यह द्वीप तटीय राज्य के दक्षिण गोवा जिला में वास्को शहर के पास है। 

उस जमीन के मालिक एंथनी रोड्रिग्ज ने कहा कि कार्यक्रम के लिए वह पहले ही नौसेना को अपनी स्वीकृति दे चुके हैं लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, ‘‘कई स्थानीय निवासी मेरे आवास पर आए और मुझसे कहा कि मैंने झंडा फहराने के कार्यक्रम के लिए अनुमति क्यों दी। आपत्ति यह है कि नौसेना भविष्य में द्वीप को अपने नियंत्रण में ले सकती है। इसलिए मैंने नौसेना को स्थानीय लोगों की आपत्तियों से अवगत कराया।’’ 

एक अन्य निवासी कस्टोडियो डिसूजा ने कहा कि मुद्दा झंडा फहराने का नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर नौसेना हमारे स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होती है तो हमें इसमें कोई परहेज नहीं है। द्वीप के लोगों को चिंता है कि केंद्र सरकार प्रमुख बंदरगाह प्राधिकरण अधिनियम, 2020 के तहत भविष्य में द्वीप को अपने नियंत्रण में ले सकती है।’’ डिसूजा ने कहा कि निवासियों को चिंता है कि इस कानून के तहत मरमुगाओ पत्तन न्यास द्वीप को अपने नियंत्रण में ले सकता है। 

उन्होंने याद किया कि द्वीप के निवासियों ने कुछ साल पहले संकल्प किया था कि वे किसी को भी अपनी जमीन नहीं बेचेंगे। झंडा फहराने के कार्यक्रम को रद्द करने के संबंध में नौसेना की घोषणा पर प्रतिक्रिया करते हुए मुख्यमंत्री सावंत ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है कि जैसिंटो द्वीप पर कुछ लोग नौसेना के झंडा फहराने के कार्यक्रम पर आपत्ति कर रहे हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं और बताना चाहता हूं कि उनकी सरकार इस तरह के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेगी।’’ सलगांव में शनिवार को आयोजित एक रैली से इतर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘झंडा फहराने का कार्यक्रम किसी भी कीमत पर होगा और मैंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है वहां झंडा फहराने का कार्यक्रम हो।’’ 

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