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Hindi News भारत राष्ट्रीय मोदी सरकार में मौन रहे तो उसके 'अत्याचारों' में सहभागी मान लिया जाएगा: कपिल सिब्बल

मोदी सरकार में मौन रहे तो उसके 'अत्याचारों' में सहभागी मान लिया जाएगा: कपिल सिब्बल

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में चुप रहना कोई विकल्प नहीं है क्योंकि इसका मतलब होगा कि आप भी उसके 'अत्याचारों' में सहभागी हैं। 

Congress leader Kapil Sibal - India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO Congress leader Kapil Sibal 

अहमदाबाद: कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में चुप रहना कोई विकल्प नहीं है क्योंकि इसका मतलब होगा कि आप भी उसके 'अत्याचारों' में सहभागी हैं। कांग्रेस के भीतर मची उथल-पुथल के बारे में सिब्बल ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि पार्टी सुधारों के लिए तैयार है या नहीं, वह तो केवल अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। सिब्बल, कांग्रेस के उन नेताओं के तथाकथित 'जी-23' समूह का हिस्सा हैं जिन्होंने कुछ विषयों पर पार्टी नेतृत्व को अपनी असहमतियों से अवगत कराया है। 

पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के हाल के एक ट्वीट के बारे में सवाल के जवाब में कपिल सिब्बल ने कहा, 'मैं पी.चिदंबरम के उस ट्वीट के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। वह एक प्रिय सहयोगी हैं। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि राजनीति में जब मैं मोदी (सरकार) के बारे में बात करता हूं तो चुप रहना सुरक्षित रास्ता नहीं होगा।' सिब्बल ने कहा, 'यह मौन रहने का वक्त नहीं हैं, अगर आपने मोदी सरकार के अत्याचारों के खिलाफ चुप्पी साध रखी है तो फिर आप भी उनमें सहभागी हैं।' 

चिदंबरम ने 30 सितंबर को ट्वीट कर कहा था, 'मैं असहाय महसूस करता हूं जब हम पार्टी के भीतर सार्थक संवाद आरंभ नहीं कर सकते। मैं उस वक्त भी आहत और असहाय महसूस करता हूं जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा अपने एक साथी और सांसद के आवास के बाहर नारेबाजी किए जाने की तस्वीर देखता हूं। लगता है कि भलाई इसी में है कि व्यक्ति चुप्पी साध कर रखे।' 

पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के आवास के बाहर हुए पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में उन्होंने यह कहा था। सिब्बल ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'कोई 'जी-23' नहीं, इसे 'जी-23' नाम आपने दिया है। यह ऐसे लोगों का समूह है जो अंदरूनी (पार्टी के भीतर) सुधार चाहते हैं, बस इतना ही। जो सुधार हम चाहते हैं, हमने इस बारे में पहले भी बात की है और इसे दोहराने का कोई अर्थ नहीं है।' उन्होंने कहा, 'मुझे कोई शिकायत (पार्टी के खिलाफ) नहीं है। मुझे जो कहना था वह कह दिया और अब इससे अधिक कुछ नहीं कहना।' 

जब सिब्बल से पूछा गया कि समूह द्वारा बताए गए सुझावों को लागू करने के लिए क्या कांग्रेस नेतृत्व इच्छुक नहीं है, तो उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि पार्टी सुधारों के लिए तैयार है या नहीं, मैं तो सिर्फ अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकता हूं।' कांग्रेस नेता से पूछा गया कि क्या पार्टी मोदी सरकार के 'अत्याचारों' के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है तो उन्होंने कहा कि पार्टी इस बारे में बात कर रही है और 'राहुल गांधी ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है, राहुल गांधी की यह अच्छी बात है।' 

सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी महात्मा गांधी के बारे में बात करते हैं और उन्हें कांग्रेस पार्टी से अलग रखने की कोशिश करते हैं लेकिन 'वह गांधी जी की कही बातों के बिल्कुल उलट काम करते हैं।' पंजाब कांग्रेस में चल रही उथल-पुथल के बारे में सिब्बल ने कहा, 'मैं तो पार्टी का कार्यकर्ता हूं, अगर मैं निर्णय लेने वाला होता तो आपको इस बारे में कुछ कहता। मैं एक कार्यकर्ता हूं और काम करता रहूंगा।' 

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