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Hindi News भारत राष्ट्रीय केंद्र और राज्य सरकार में सुनी जाती है मेरी बात, कमलनाथ ने की थी गद्दारी: ज्योतिरादित्य सिंधिया

केंद्र और राज्य सरकार में सुनी जाती है मेरी बात, कमलनाथ ने की थी गद्दारी: ज्योतिरादित्य सिंधिया

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ सरकार मे जिन 22 विधायकों ने त्यागपत्र दिया था वे सरकार में परेशान थे और मध्य प्रदेश की जनता के लिए विकास और प्रगति लाने के लिए ही उन्होंने सरकार छोड़ी थी। उन्होंने कहा चुनाव जीतने के बाद कमलनाथ जी कई विधानसभाओं में 15 महीने तक भी कदम नहीं रखा।

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7 महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर और केंद्र तथा राज्य सरकार के सामने जनता के लिए वे जो भी मांगें रखते हैं, उन मांगों को माना जाता है और भाजपा तथा कांग्रेस में यही अंतर है। इंडिया टीवी संवाददाता विजयलक्ष्मी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान की प्रशंसा की और पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस नेता कमलनाथ पर निशाना साधा। 

मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने के कमलनाथ के आरोप पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "उन्हें (कमलनाथ) अपने गिरेबां में झांकना चाहिए... जिस आधार पर वे मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन एक गद्दारी की सरकार बनी मध्य प्रदेश में, किसानों, महिलाओं और नौजवानों के साथ गद्दारी की गई। उसे देखते हुए मैने एक फैसला लिया और एक नई सरकार मध्य प्रदेश में स्थापित हुई। 5-6 महीने के कोरोना काल में ही हमने कई योजनाएं लागू कर दीं। कमलनाथ जी के पास तो समय ही नहीं होता था मीटिंग करने तक का। शिवराज जी और हमने मेहनत की है और जनता का आशीर्वाद हमें मिलेगा।"

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ सरकार मे जिन 22 विधायकों ने त्यागपत्र दिया था, वे सरकार में परेशान थे और मध्य प्रदेश की जनता के लिए विकास और प्रगति लाने के लिए ही उन्होंने सरकार छोड़ी थी। उन्होंने कहा, "चुनाव जीतने के बाद कमलनाथ जी कई विधानसभाओं में 15 महीने तक भी कदम नहीं रखा।" 

उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र और राज्य सरकार के सामने मध्य प्रदेश की जनता के लिए उन्होंने अभी तक जो भी निवेदन किया है उसे सरकारों ने माना है। उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए चना और सरसों की खरीदी की सीमा को एक महीने के लिए बढ़ाने के लिए कहा था, सहज तरीके से कृषि मंत्री ने उस सीमा को बढ़ाया और हर किसान को मध्य प्रदेश में आमदनी मिली है। जनता की बनी सरकार में यही होता है। 

इमरती देवी के मुद्दे पर उन्होंने कहा, "मुझे दुख और खेद है कि कांग्रेस की राजनीति इतने निचले स्तर पर आ चुकी है, जहां पर एक दलित समाज की महिला पर, ऐसी महिला जो गांव से निकली हो, मेहनत के दम पर आगे निकली हो और जनता का विश्वास हासिल किया हो, ऐसी महिला जो पहले सरपंच बनी, जिला पंचायत सदस्य बनी, विधायक बनी, कैबिनेट मंत्री बनी उस महिला के बारे में हमारे पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि वो आइटम है। एक कांग्रेस नेता कहते हैं कि इमरती को चुनाव के बाद जलेबी बनाना है।"

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