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Hindi News भारत राष्ट्रीय #CommandersConference में रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा, भारत-चीन सीमा पर गंभीर हैं हालात

#CommandersConference में रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा, भारत-चीन सीमा पर गंभीर हैं हालात

रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि जिन दो इलाकों में स्टैंडऑफ चल रहा है उनमें एक मोर्चे पर भारत काफी ताकतवर है और वहां चीनी सैनिकों के घुसने की उम्मीद ज्यादा नहीं है।

Commanders Conference, Commanders Conference India TV, Commanders Conference DS Hooda- India TV Hindi Image Source : INDIA TV रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि लद्दाख में भारतीय सेना बहुत मजबूत है और फिलहाल युद्ध की कोई संभावना नहीं दिखती।

नई दिल्ली: इंडिया टीवी की खास पेशकश ‘कमांडर्स कॉन्फ्रेंस’ में भारतीय सेना के टॉप कमांडर्स ने भारत-चीन सीमा पर चल रहे वर्तमान तनाव के बारे में अहम बातें कहीं। इसी कड़ी में पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की रणनीति बनाने वाले रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि लद्दाख में भारतीय सेना बहुत मजबूत है और फिलहाल युद्ध की कोई संभावना नहीं दिखती। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि चीन किसी मकसद से ही इतनी तैयारी करके आया है और उसे वापस भेजना आसान नहीं होगा।

‘चीन ने ऐसी हरकतें पहले भी की हैं’
हुड्डा ने कहा, ‘चीन 2013, 2014, 2017 में भी इस तरह की हरकतें कर चुका है। चीन को यह समझना चाहिए कि उन्होंने जब भी ऐसी कोई कोशिश की है, उन्हें इसमें ज्यादा सफलता नहीं मिली है। इस बार भी वे ऐसा कर रहे हैं। यदि वे सोचते हैं कि भारतीय सेना या भारत सरकार पीछे हटेगी तो यह उनकी गलतफहमी होगी।’ उन्होंने कहा कि जिन दो इलाकों में स्टैंडऑफ चल रहा है उनमें एक मोर्चे पर भारत काफी ताकतवर है और वहां चीनी सैनिकों के घुसने की उम्मीद ज्यादा नहीं है, लेकिन दूसरा क्षेत्र रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने हालांकि कहा कि वहां पर भी हमारी तैयारी काफी अच्छी और मजबूत रहती है। 

‘भारतीय सेना लद्दाख में बेहद मजबूत है’
हुड्डा ने कहा कि दूसरे मोर्चे पर जो आर्मी कमांडर्स हैं वे बेहद अनुभवी हैं। उन्होंने कहा कि चीन के सैनिक हमारी सीमा के अंदर तक आकर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए खतरा पैदा नहीं कर सकते। हुड्डा ने कहा, ‘शांति से अगर बात हो जाए तो अच्छा अगर नहीं तो भारतीय सेना की लद्दाख में क्षमता बहुत मजबूत है। चीन को समझाना आसान तो नहीं होगा, वे जिस तैयारी से आए हैं उनका कोई मकसद जरूर है। हमें पूरी तरह से तैयार रहना होगा। राजनयिक स्तर पर बातचीत हो रही है और चीन के राजदूत ने भी शांति से इसका हल निकालने के संकेत दिए हैं।’

‘पहले के मुकाबले इस बार हालात गंभीर’
उन्होंने कहा कि हालांकि यह सोचना कि चीन आसानी से चला जाएगा, ठीक नहीं होगा। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा ने कहा, ‘चीन के साथ पहले जितने भी स्टैंडऑफ हुए हैं, उनके मुकाबले इस बार की स्थिति काफी हद तक सीरियस है। दोनो तरफ से हमेशा कोशिश रहती है कि हिंसा न हो लेकिन इस बार हाथापाई ज्यादा हो गई है और उनके सैनिक भी पहले के मुकाबले काफी ज्यादा हैं। दोनों देश जानते हैं कि जंग से तबाही होगी। मुझे नहीं लगता कि युद्ध की स्थिति बनेगी क्योंकि दोनों ही सेनाएं काफी मजबूत हैं।

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